श्रीगंगानगर न्यूज़ डेस्क, श्रीगंगानगर इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सूरतगढ़ शाखा में 77 दिन की नहर बंदी के बाद शुक्रवार को 1700 क्यूसेक पानी आ गया। नहर में पिछले 77 दिन से पानी नहीं आने से किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। ऐसे में अधिकांश किसानों ने ट्यूबवैल का पानी उपयोग कर नरमा और कई अन्य फसलें बोई थी। ऐसे में अब नहरी पानी मिल जाने से किसानों को फायदा होगा।
नहरबंदी के दौरान पीने के लिए पानी भी डिग्गियों से ही दिया जा रहा था। पीएचईडी ने नहरबंदी से पहले डिग्गियां भर ली थी। इसी पानी को इलाके में सप्लाई किया जा रहा था। अब नहर में पानी आने से पीएचईडी फिर से डिग्गियों में पानी भरेगा और लोगों को पीने के लिए भी पूरा पानी मिल सकेगा। अभी नहर में 1700 क्यूसैक पानी छोड़ा गया है। इस पानी से फसलों को लाभ मिलेगा। इलाके में पिछले दिनों बरसात के कारण नरमा की बुवाई को नुकसान हो गया था। दोबारा नरमा बोया तो ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ी। अब इलाके के किसानों में ग्वार और अन्य फसलें बोई है। नहर में पानी आने से इन फसलों को फायदा मिलेगा।