हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार, समय को चार युगों (चतुर्युगी) में विभाजित किया गया है। ये चार युग इस प्रकार हैं:

हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार, समय को चार युगों (चतुर्युगी) में विभाजित किया गया है। ये चार युग इस प्रकार हैं:

1. सतयुग (कृतयुग) – यह पहला और सबसे पवित्र युग माना जाता है। इसमें धर्म अपने पूर्ण रूप में होता है, और लोग सत्य, अहिंसा व धार्मिकता का पालन करते हैं। यह युग सबसे लंबा होता है (लगभग 17,28,000 वर्ष)।


2. त्रेतायुग – इस युग में धर्म का स्तर 75% रह जाता है। इस युग में भगवान विष्णु के अवतारों में से भगवान राम का अवतार हुआ था। यह युग लगभग 12,96,000 वर्ष का माना जाता है।


3. द्वापरयुग – इस युग में धर्म का स्तर 50% रह जाता है और अधर्म बढ़ने लगता है। भगवान श्रीकृष्ण का अवतार इसी युग में हुआ था। इसकी अवधि लगभग 8,64,000 वर्ष मानी जाती है।


4. कलियुग – यह वर्तमान युग है, जिसमें धर्म का स्तर 25% रह जाता है और अधर्म का प्रभाव बढ़ जाता है। यह युग लगभग 4,32,000 वर्ष का होता है।



पूर्ण चतुर्युगी का कुल काल: 43,20,000 वर्ष

वर्तमान स्थिति: हम कलियुग में हैं, और यह माना जाता है कि इसका लगभग 5,000 वर्ष बीत चुके हैं।


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