राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर बिश्नोई सेवा संस्थान चौहटन में सुईयां मरुकुम्भ के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय जम्भवाणी हरिकथा के दूसरे दिन युवा संत आचार्य रामाचार्य जी ने मुखारविन्द से हरिकथा का वाचन करते हुए कहा की मनुष्य में सदभाव होने से ही उसके जीवन में सदगुणों का विकास होगा l रामाचार्य जी ने बताया की बिश्नोई समाज प्रहलाद पंथी समाज है l विश्नोई समाज को गुरु जाम्भोजी ने हमेशा पवित्र पंथ पर चलने की सीख दी l
विश्नोई व्यक्ति कोई भी अपने जीवन का उद्धार करना चाहता है वो भगवान जाम्भोजी के बताये रास्ते पर चलते हुए, शब्दवानी और उनत्तीश नियमों के अनुसार व्यतीत करे और नशे से सदा दूर रहें l
विश्नोई सेवा संस्थान के रामजीवन जांगू ने बताया की हरिकथा के अवसर पर आज जिला परिषद सदस्य रूप सिंह जी ने भी सभा को सम्बोधित करते हुए नशे से दूर रहने की सीख दी l आज हरिकथा में रामलाल खिलेरी, नारायण खीचड़, जगदीश जी मालाणी कॉलेज, ठाकरा राम जाणी, लाधूराम ढाका, भगीरथ मांजू, कल्याण खीचड़, भाखरा राम बेनीवाल, लाधू राम जाणी पांचाराम सरपंच, आदि गणमान्य नागरिक उपस्थिति थे l
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