शनिवार को जयपुर गया था बिश्नोई समाज का शिष्टमंडल
राजस्थान बिश्नोई समाचार नेटवर्क पर्यावरण रक्षक बिश्नोई समाज के मुकाम धाम पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी रामानंद जी महाराज के सान्निध्य में एक शिष्टमंडल शनिवार को जयपुर जाकर सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिला । राजस्थान भर में सोलर प्लांट की आड़ में अंधाधुंध कट रहे खेजड़ी के पेड़ को बचाने के लिए 66 दिनों से चल रहे धरने की विस्तृत जानकारी दी और राजस्थान में नया कानून ट्री प्रोटेक्शन एक्ट राजस्थान 2024 बनाकर खेजड़ी की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की पुर जोर मांग की गई ।
श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने बताया कि पर्यावरण संघर्ष समिति नोखादहिया का 67 दिनों से अनिश्चित कालीन धरना जारी है जो प्रकृति बचाओ आंदोलन का महत्वपूर्ण कदम है। रणधीसर के महंत स्वामी पवनपुरी जी महाराज के सान्निध्य में राम गोपाल बिश्नोई ,महीराम दिलोइया ,किशनाराम गोदारा, सुभाष खारा ,रिछपाल फौजी सहित अनेक लोग 18 जुलाई से खेजड़ला की रोही में धरना लगाए बैठे हैं। वहां पर सोलर प्लांट लगाने वाली कंपनी के लोग हरि खेजड़ी के विशाल वृक्ष काटकर धरती को विरान कर रहे थे उन पेड़ों की कटाई रोकने की मांग को लेकर उक्त धरना लगाया गया था जो आज 67 दिनों से अनवरत जारी है।
रामरतन बिश्नोई ने बताया कि उक्त धरना शुरू करने के बाद पूरा बिश्नोई समाज आंदोलित है। कभी मुकाम में बड़ी आम सभा की गई। कभी खेजड़ला की रोही में बड़ी-बड़ी सभाएं की गई, कभी धरना स्थल पर रात्रि जागरण लगाया गया कभी जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया कभी मुख्यमंत्री को पत्र भेजे गए। मगर 2 महीने से अधिक समय हो जाने के बाद भी सत्ता पक्ष के साथ कोई सकारात्मक वार्ता नहीं हो पाई थी ।समाज के सभी अग्रणी लोग भी चाहते थे कि एक बार मुख्यमंत्री से मिलकर प्रकृति बचाने की गुहार लगानी चाहिए। समस्त प्रकृति प्रेमियों और संपूर्ण बिश्नोई समाज की पवित्र भावनाओं के अनुसार शिष्ट मंडल जयपुर गया था। शनिवार को सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री आवास पर एक बंद कमरे में आचार्य स्वामी रामानंद जी महाराज ने राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उक्त विषय पर लंबी वार्ता कर गहन मंत्रणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति को सुरक्षित रखने के लिए उनकी सरकार कृत संकल्प है। वे पौधारोपण अभियान चला रहे हैं ।खेजड़ी कटाई नहीं करने देंगे इसके लिए सोलर कंपनियों को भी पाबंद किया जाएगा और बीकानेर के जिला प्रशासन को भी निर्देशित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बिश्नोई समाज के प्रकृति प्रेम का सम्मान करते हैं और उनके प्रस्ताव पर गहन विचार करेंगे। शत प्रतिशत प्रयास करके ट्री प्रोटेक्शन एक्ट बनवाएंगे । उन्होंने पूरा भरोसा दिलाया कि वे एक भी बड़ा पेड़ नहीं काटने देंगे इसके लिए कड़े कदम उठाएंगे। उक्त वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश की प्रकृति और धर्म संस्कृति को बचाने के लिए निरंतर प्रयास करने पर आचार्य स्वामी रामानंद जी महाराज तथा पूरे बिश्नोई समाज का आभार जताया और 363 खेजड़ली शहीदी पर्यावरण मेले में नहीं पहुंच पाने का खेद भी जताया। आचार्य श्री के निमंत्रण पर उन्होंने आगामी 2 अक्टूबर को मुक्तिधाम मुकाम में भरने वाले बिश्नोई समाज के आसोजी मेले में पहुंचकर समाज से रूबरू होने का भी विश्वास दिलाया । आचार्य श्री ने स्पष्ट किया कि राज्य वृक्ष खेजड़ी की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का अलग से नया कानून बनाया जाएगा तो यह बिश्नोई धर्म की रक्षा का बहुत बड़ा कदम साबित होगा जिसके कारण प्राणी मात्र को लाभ मिलेगा और प्रकृति संरक्षण का ऐतिहासिक कार्य होगा ।
ज्ञातव्य है कि समाज के वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार रामरतन बिश्नोई ने ट्री प्रोटेक्शन एक्ट राजस्थान 2024 बनाने के लिए विस्तृत कानूनी जानकारी जुटाकर एक 44 पृष्ठ की एक फाइल तैयार की थी जो मुख्यमंत्री को सौंप कर पेड़ सुरक्षा कानून का मसौदा तैयार करने की मांग की गई है ।
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं नागौर जिले के प्रभारी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने आचार्य श्री से भेंट कर प्रकृति बचाने के मिशन का तहेदिल से समर्थन किया और चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
इस शिष्टमंडल में समराथल के संत स्वामी विष्णु दास जी, मुकाम के संत स्वामी श्रवण दास जी ,सांचौर से सुजानाराम बांगूड़ा, बाड़मेर से प्रकाश कुराड़ा, हनुमानगढ़ से अनिल धारणिया खींवसर से अनोपाराम डूडी और नागौर से हीरालाल डेलू सहित प्रकृति प्रेमी मौजूद रहे।
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