पेड़ प्रकृति और जीव जगत को नष्ट करके हम भी जिंदा नहीं रह सकेंगे -आचार्य रामानंदजी महाराज
खेजड़ला की रोही में धरने के 34वें दिन उमड़ा जन सैलाब युवाओं ने दिखाई ताकत
राजस्थान बिश्नोई समाचार बीकानेर निकटवर्ती ग्राम खेजड़ला की रोही में पर्यावरण संघर्ष समिति द्वारा लगाये जा रहे अनिश्चित कालीन धरने पर आज 34 वें दिन जन सैलाब उमड़ पड़ा जिनमें अधिकतर युवा शक्ति मौजूद रही ।
नोखा के पूर्व विधायक बिहारी लाल बिश्नोई ने कहा कि राजस्थान के कल्पवृक्ष खेजड़ी की अंधाधुंध कटाई हो रही है यह वृक्ष पर्यावरण प्रेमियों के लिए सम्मानित और आस्था का केंद्र है इस वृक्ष की इस प्रकार की जा रही है कटाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी । अगर सरकार हमारी बात नहीं सुनती है तो व्यापक आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
पूर्व विधायक ने कहा कि प्रकृति और पेड़ बचेंगे तो ही मानव जीवन बचेगा। प्राण बचाने के लिए प्राण वायु आवश्यक है जो पेड़ों से मिलती है । उन्होंने कहा कि प्रत्येक बिश्नोई जन्मघुंटी के साथ ही प्रकृति प्रेम लेकर पैदा होता है ।मानव इतिहास इस बात का गवाह है कि 100 साल में एक बार महामारी आती है और जो कोरोना कल वर्तमान मानव पीढ़ी ने देखा है उसमें एक अदृश्य वायरस ने दुनिया के ताला लगा दिया था ।उसे समय असंख्य लोग मौत के मुंह में जा रहे थे उनको बचाने के प्रयास हेतु सबसे आवश्यक ऑक्सीजन को माना गया था ।वह प्राणवायु ये पेड़ ही पैदा करते हैं इसलिए एक पेड़ की कीमत करोड़ों में है । श्री बिश्नोई ने कहा कि सोलर प्लांट की आवश्यकता है मगर इस विकास के साथ प्रकृति का विनाश नहीं होना चाहिए । हमारे देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री फायदेमंद विकास की बात करते हैं जबकि सोलर प्लांट राजस्थान के कल्पवृक्ष का बलिदान ले रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि सरकार का वन विभाग बिना दांत और बिना नाखुन का विभाग है जो प्रकृति को बचाने में नाकाम साबित हो रहा है । खेजड़ी अपना परिवार है इसको काटने वालों के लिए कड़ी सजा और बड़ा जुर्माना होना आवश्यक है उन्होंने कहा कि पर्यावरण की चिंता मानवता की चिंता है समस्त जीवों के अस्तित्व का सवाल है इसलिए वे शीघ्र ही राजस्थान के मुख्यमंत्री से मिलकर राजस्थान पेड़ सुरक्षा अधिनियम बनाने की मांग करेंगे। पूर्व विधायक ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि सरकार उनकी मांग पूरी करेगी क्योंकि सरकार की प्रथम चिंता मानवता की चिंता होती है इसलिए इस समस्या का उचित समय पर उचित समाधान होना जरूरी है। श्री बिश्नोई ने कहा कि
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