जहां हुआ था काले हिरण का शिकार, वन्य जीव प्रेमियों ने वहीं बनवा दिया स्टेच्यू जोधपुर, जानिए क्या है कारण

राजस्थान बिश्नोई समाचार जोधपुर राजस्थान में वन्यजीवों की रक्षा के लिए बिश्नोई समाज एकबार फिर आगे आया है. धवा डोली वाइल्डलाइफ क्षेत्र में काले हिरण की मूर्ति का अनावरण किया गया है।

जोधपुर: राजस्थान में वन्यजीवों की रक्षा की बात हो या फिर पेड़ों के लिए अपना बलिदान देने की बात हो. बिश्नोई समाज ने हमेशा आगे आकर इनकी सुरक्षा और रक्षा करने का काम किया है. उसी के चलते आज भी जहां पर भी हिरण बाहुल्लय क्षेत्र है. वहां पर बिश्नोई समाज सेवा के साथ-साथ इनकी सुरक्षा का जिम्मा आज भी निभा रहे हैं।

काले हिरण का बना रहे स्टेच्यूजोधपुर के धवा डोली वाइल्ड लाइफ क्षेत्र के मेलबा ओरण में काले हिरण की मूर्ति का अनावरण किया गया है. वन्य जीव प्रेमियों ने हिरण के शिकार के बाद उसका स्टेच्यू बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए सोशल मीडिया पर भी मुहिम छेड़ी गई थी. अब जिस जगह पर काले हिरण की मूर्ति लगाई गई है. वहां पर एक साल पहले हिरण शिकार की घटना हुई थी. इससे पहले एक स्टेच्यू जोधपुर जिले के ही लूणी क्षेत्र के कांकाणी में बनाया जा चुका है. यह दूसरा स्टेच्यू बनकर तैयार हुआ. इस मौके पर बड़ी संख्या में वन्य जीव प्रेमी उपस्थित रहे।


कंजर्वेशन रिजर्व बनाने की मांग
आपको बता दें कि धवा डोली वाइल्ड लाइफ क्षेत्र काले हिरण का बाहुल्य क्षेत्र है. ऐसे में बडी संख्या में यहां पर काले हिरण विचरण करते हैं. यहां 1990 में चूरू के ताल छापर से भी ज्यादा संख्या में कृष्ण मृग विचरण करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी संख्या बहुत तेजी से घटी है. इसको लेकर वन्य जीव प्रेमी भी चिंतित है. इस क्षेत्र को कंजर्वेशन रिजर्व बनाने की मांग भी कर रहे हैं. अगर यहां कंजर्वेशन रिजर्व बन जाएगा तो पर्यटकों को भी एक अच्छी जगह पर्यटन के लिहाज से मिल जाएगी.

Post a Comment

और नया पुराने