प्रकृति के लिए सदियों से लड़ते आए बिश्नोई समाज के संघर्ष में हम भी साथ है-देवीसिंह भाटी

वनों को नष्ट करने वाले प्लांट नहीं लगने देंगे ,पेड़ सुरक्षा कानून बनाना होगा 

राजस्थान बिश्नोई समाचार बीकानेर नोखा दैया 15 अगस्त। स्वतंत्रता दिवस के दिन धरने पर आए पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने कहा कि सघन वनों और ग्रामीण जीवन को उजड़ने नहीं देंगे और नहरी क्षेत्र को विनष्ट कलने वाले प्लांट नहीं लगने देंगे। सरकार और जनप्रतिनिधियों से इस मुद्दे पर वे खुद बात करेगें । धरने पर बैठे लोगों ने जोश के साथ लगाए कि "जब जब देवीसिंह बोला है,सत्ता का सिंघासन डोला है।


 श्री भाटी ने कहा कि यह जमीन और गांव तभी सुरक्षित है जब तक पेड़,वन ,वन्यजीव एवं प्रकृति सुरक्षित है।अगर वनों पर डाका पड़ता है,वनों को काटा जाता है तो निश्चित तौर पर यह हमारे गांवों को उजाडने की नीति है। पूर्व मंत्री भाटी ने कहा कि वर्ल्ड बैंक तो पहले से ही गांवों के पीछे पड़ा हुआ है कि सभी गांवों को खाली करो, लोगों को शहरों में भेजो ताकि फेक्ट्रियो में मजदूर सस्ते मिल सके और इधर ये कंपनियां आ गई है जो प्राकृतिक रूप से लगे सघन वनों को धड़ाधड़ काट रहे हैं। 


उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कहा है कि सरकार तो अफसर शाही पर निर्भर है हमें ही जनहित की सुरक्षा करनी होगी।हमारें गांव उजड़ रहे हैं जिसको रोका जाएगा। वे खुद मुख्यमंत्री से मिलकर इस मुद्दे पर गहन चर्चा करेंगे। 


  श्री भाटी ने धरने पर 29 दिनों से बैठे प्रकृति प्रेमी लोगों की प्रशंसा की ,धन्यवाद दिया और कहा कि बिश्नोई समाज पेड़ों और वन्यजीवों के लिए सदियों से लड़ता आया है । आज भी 29 दिनों से लगातार भूख प्यास गर्मी वर्षा आंधी तूफानों से संघर्ष करते हुए इस जंगल में अनिश्चित धरने पर बैठे है।इनका कोई निजी स्वार्थ नहीं है ।


 परमार्थ के इस महान कार्य में मैं भी सबके साथ हूं । नहरी क्षेत्र और सघन वनों को उजाड़ कर सोलर प्लांट नहीं लगने दिये जाएंगे । मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कोलायत में एक बड़ा सम्मेलन करके क्षेत्र के समस्त लोगों से राय ली जाएगी और प्रकृति को उजाड़ने वाले और सरकार की सब्सिडी खाने वाले इन प्लांटों को लगाने से रोक देंगे । जमीन,गांव और वन ही नहीं रहेंगे तो जीवन भी नहीं रह पाएगा।



        श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था के प्रदेश सचिव रामगोपाल बिश्नोई ने बताया कि गत जनवरी से संघर्ष कर रहे हैं मगर हजारों खेजड़ियां काट दी गई है और यह क्रम किसी भी परिस्थिति में रुक नहीं रहा था तब आखिर में मजबूर होकर उन्हे अनिश्चित कालीन धरना शुरु कलना पड़ा था मगर अब वन्यजीव प्रेमी  36 कोम का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। राजस्थान सरकार द्वारा खेजड़ी कटाई पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने का कानून बनाया जाएगा तभी धरना उठाएंगे तब तक निरंतर संघर्ष जारी रखेंगे। जिलाध्यक्ष महीराम दिलोइया ने भी विचार रखे। हनुमान बेनिवाल, शिवराज जाखड़,गोपाल सीगड़,महावीर गोदारा,हरीराम खीचड़,गंगाविशन सियाग,रतीराम मेघवाल, भगवान प्रजापति,रिछपाल फौजी,सुभाष भांभू,भगवानाराम डेलू,अजीतमल,मनीराम खीचड़ ने हर हालत में पेड़ कटाई रोकने और पेड़ सुरक्षा अधिनियम बनाने की मांग पर जोर दिया।

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