बिश्नोई न्यूज़ डेस्क जोधपुर खेजड़ली धाम में विश्नोई समाज की बैठक:धर्म की मर्यादा के खिलाफ आचरण करने वालों का हर मंच से विरोध का आह्वान
जोधपुर जांबा कमेटी की ओर से अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के संरक्षक पद छोड़ने व विश्नोई रत्न की उपाधि लौटाने के लिए दिए गए नोटिस के समर्थन में सोमवार को यहां खेजड़ली शहीदी स्थल पर विश्नोई समाज की बैठक आयोजित की गई। इसमें संतों व समाज के पंचों ने अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप विश्नोई से पद छोड़ने व विश्नोई रत्न की उपाधि लौटाने को कहा है। साथ ही जांबा मीटिंग के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया गया है।
बैठक में सलमान खान हिरण शिकार प्रकरण के गवाह रहे छोगाराम बूड़िया के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की गई। मनोज बाबल, संजय बाबल व राजू बाबल ने बताया कि महासभा द्वारा अंतरजातीय विवाह की पैरवी करने पर बैठक में लोगों ने रोष जताया।
सम्मेलन में रुड़कली धाम के श्रीमहंत शिवदास महाराज, जालनाडिया के शंकरदास महाराज, समराथल धोरा हाल फिटकासनी के स्वरूपानंद महाराज, स्वामी सदानंद महाराज सदरी, अशोकानंद महाराज खेजड़ली सहित अन्य संतों का सान्निध्य रहा।
बैठक में 29 नियमों की अवहेलना करने वालों को चेतावनी दी गई है। उन्होंने बताया कि महासभा के खिलाफ आगामी दिनों में जांबा व मुकाम में धरना-प्रदर्शन की रूपरेखा तय की गई। श्रीराम सोऊ ने कहा कि किसी भी स्थिति में धर्म विरुद्ध आचरण सहन नहीं किया जाएगा।
चाहे वह कितने ही बड़े पद पर क्यों न हो। बलदेव सोऊ रामड़ावास ने कहा कि समाज के संगठन पर समाज व नई पीढ़ी को संस्कारित करने की जिम्मेदारी है। जबकि वे क्या कर रहे हैं? इन्हें आज ही रोकना होगा। सभी लोगों ने हाथ खड़े कर प्रस्ताव पारित करने में सहमति दी।
बैठक में अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के जालोर अध्यक्ष सुरजनराम, खेजड़ली सरपंच पाहूराम गोदारा, सरपंच कैलाश साेऊ, पुखराज खेड़ी, धीमाराम फौजी, पुखराज बाबल, रामनारायण जांगू, रामरतन सारण, बुधाराम बूड़िया कांकाणी, सुरेश कुमार लोल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। बैठक में सभी लोगों ने खेजड़ली के 363 शहीदों की स्थली से मुकाम कूच को सफल बनाने की शपथ ली।
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