पर्यावरण प्रेमी थे DSP चंद्रपाल बिश्नोई, 1 साल में चलाई 13,000 Km साइकिल, पंजाब से लेह तक

दिल्ली बिश्नोई समाचार Haryana DSP Chandra Pal Bishnoi Death.: फतेहाबाद में पिछले साल राइगीरी कार्यक्रम और साइकिल रेस कार्यक्रम का आयोजन होता रहा हॉ. इस कार्यक्रम की देखरेख डीएसपी चंद्रपाल ही करते थे. साइकिल चलाने के फायदे भी बताते थे. चंद्रपाल खुद 53 वर्ष के थे और बताते थे कि साइकिल चलाने के बाद वे कम ही बीमार होते रहे है।

 हरियाणा के हिसार जिले में अग्रोहा में सड़क हादसे का शिकार हुए डीएसपी चंद्रपाल बिश्नोई (53) को पर्यावरण से प्यार था. डीएसपी चंद्रपाल बिश्नोई को पर्यावरण से इतना प्रेम था कि उनको जब भी फतेहाबाद से हिसार आना होता था तो साइकिल का इस्तेामल करते थे. यहां तक की आफिस भी साइकिल से ही पहुंचते थे. डीएसपी ने पिछले साल ही साइकिलिंग चलाने का लक्ष्य निर्धारित किया था. उन्होंने 13 हजार किमी तक पूरे साल साइकिल चलाई।

उन्होंने एक साल का यह लक्ष्य पांच दिन पहले ही पूरा कर दिया था. डीएसपी ने एक जनवरी 2022 को टारगेट रखा और 25 दिसंबर को 2022 को पूरा कर दिया था. डीएसपी ने फतेहाबाद में सरकारी क्वार्टर लिया हुआ था, मगर जब भी घर आने का मौका मिलता वह हिसार से फतेहाबाद और फतेहाबाद से हिसार साइकिल पर आते-जाते थे.

डीएसपी का परिवार हिसार आजाद नगर में रहता है. डीएसपी की पत्नी और दो बेटे हैं. डीएसपी चंद्रपाल के दो बेटे हैं और 22 वर्षीय दक्ष रोहतक यूनिवर्सिटी में बीए-एलएलबी में फाइनल ईयर का छात्र है. वहीं, 19 वर्षीय छोटा मंथन अम्बाला में पढ़ाई कर रहा है. पत्नी गृहिणी हैं. डीएसपी चन्द्रपाल ने दोनों बेटों दक्ष और मंथन के हाल ही में पासपोर्ट बनवाए थे, उनकी इच्छा यहां पढ़ाई पूरी होने के बाद दोनों बेटों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने की थी. वहीं डीएसपी की मौत का समाचार मिलते ही पुलिस महकमें में शोक की लहर दौड़ गई।

हादसे से सात किमी दूर खेतों में मिली वैगनार कार
डीएसपी की मौत के बाद पुलिस एक्शन में आई और डीएसपी को टक्कर मारने वाली वाहन की पहचान की. डीएसपी को राजस्थान नंबर की वैगनार कार ने टक्कर मारी थी, जो अग्रोहा से करीब सात किमी दूर गांव साबरवास के खेतों में खड़ी मिली. कार का शीशा पूरी तरह से टूटा हुआ था. कार चालक गाड़ी को खेतों में खड़ी करके फरार हो गया. पुलिस गाड़ी की तलाशी लेकर दस्तावेज से पता लगाने में जुटी है कि टक्कर मारने वाला व्यक्ति कौन है, कहीं इसकी डीएसपी के साथ कोई रंजिश तो नहीं है. पुलिस कार को क्रेन के माध्यम से अग्रोहा थाने में ले आई है. पुलिस मृतक डीएसपी के स्वजनों के बयान ले रही है.

प्रत्यक्षदर्शी बोले- सर्विस लाइन के पास तेज आवाज सुनकर वह दौड़े
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वो सर्विस लाइन के पास नाला बनाने का काम कर रहे थे, तभी उन्हें जोर से आवाज सुनाई दी देखा कि एक कार ने एक साइकिल सवार को टक्कर मार दी, जिससे साइकिल सहित दूर सड़क पर जा गिरा और कार चालक अपनी गाड़ी को भगा ले गया. सूचना मिलने पर मौके पर फतेहाबाद एसपी आस्था मोदी डीएसपी हेड क्वार्टर अजायब सिंह, सुभाष चंद्र, फतेहाबाद सदर थाना प्रभारी रुपेश चौधरी, सदर रतिया थाना प्रभारी कुलदीप सिंह, अग्रोहा थाना प्रभारी प्रताप सिंह हादसे स्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की.


लोगों के बयान दर्ज किए
वहीं आसपास जो लोग थे, उनके बयान भी लिए. एसपी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. डीएसपी का शव मोर्चरी में रखवाया गया और पुलिस महकमें के कर्मचारी, स्वजन और डीएसपी के गांव से सैकड़ों लोग अग्रोहा मेडिकल कालेज में जुटना शुरू हो गए हैं। डीएसपी बिश्नोई समाज से संबंध रखते थे और वह एक पर्यावरण प्रेमी थे। वह मिलनसार थे और लोगों के दुख -सुख में शामिल होते थे.

फतेहाबाद से चले थे 53 किमी साइकिल चलाने के बाद हादसा
डीएसपी चंद्रपाल बिश्नोई रोजाना की तरह शाम को साइकिल पर हिसार के लिए निकले थे. उन्होंने फोन में साइकिलिंग के लिए एक गोल निर्धारित किया हुआ था. पुलिस ने जब डीएसपी का फोन देखा तो उसमें उन्हें फतेहाबाद से हिसार तक का गोल निर्धारित किया हुआ था, वह अभी 53 किमी तक साइकिलिंग करते पहुंचे थे कि उनकी हादसे में मौत हो गई.


जिंदगी की साइकिल पर मौत आकर बैठ गई
डीएसपी चंद्रपाल को साइकिलिंग का शौक था. हर दिन 80 किलोमीटर साइकिल चलाते थे. चंद्रपाल अपने परिवार सहित हिसार के आजाद नगर में रहते थे. चंद्रपाल दो साल पहले फतेहाबाद आए थे. इस साल चंद्रपाल को नई जिम्मेदारी दी गई और रतिया का कार्यभार दे दिया. चंद्रपाल ने पिछले साल यानि वर्ष 2022 में करीब 13000 किलोमीटर का सफर साइकिल से किया था. उन्होंने एक जनवरी 2022 से 25 दिसंबर 2022 तक यह सफर तय किया था. उनके पास दो महंगी साइकिलें भी थीं. चंद्रपाल साइकिल से ही मुकाम और पंजाब के लोंगेवाला और लेह लद्दाख का सफर तय किया था.

राहगीरी कार्यक्रम में भी साइकिल से पहुंचते थे
फतेहाबाद में पिछले साल राइगीरी कार्यक्रम और साइकिल रेस कार्यक्रम का आयोजन होता रहा हॉ. इस कार्यक्रम की देखरेख डीएसपी चंद्रपाल ही करते थे. साइकिल चलाने के फायदे भी बताते थे. चंद्रपाल खुद 53 वर्ष के थे और बताते थे कि साइकिल चलाने के बाद वे कम ही बीमार होते रहे है।

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