डॉ. सुनील तेतरवाल ने करवाया निर्माण
राजस्थान बिश्नोई समाचार बीकानेर बज्जू धरती पर पक्षियों की अलग ही दुनियां है। इनके रहने के अलग तरीके व ठोर ठिकाने है। कुछ घोसला बनाते है तो कुछ अन्य पक्षियों के घोंसले पर कब्जा जमा लेते हैं। कुछ पक्षी कुंआ,वन क्षेत्र व अन्य जलस्त्रोत में अपना आशियाना बनाते है,मगर इन सभी का दायरा कम होता जा रहा है जिसके चलते घोंसला बनाकर रहने वाले पक्षियों के सामने जीवन यापन करने चुनोतिपूर्ण हो गया है। लेकिन बज्जू उपखंड के निकटवर्ती ग्राम मिठड़िया में डॉ. सुनील तेतरवाल ने करीब 60 फिट ऊंची मीनार तैयार करवाई है जिसमे सैंकड़ों मूक पक्षियों के आशियाने तैयार हो चुके है,जिसमे करीब 2000 पक्षी रह सकते है। डॉ. तेतरवाल ने बताया कि बज्जू क्षेत्र में यह ऐसा चिड़िया घर पहला है उन्होंने निकटवर्ती जिलों व राज्यों में देखा तो मन मे आया कि क्षेत्र में भी ऐसा चिड़िया घर होना चाइये जिसके चलते मिठड़िया के युवाओं व ग्रामीणों के निर्देशन में यह कार्य पूर्ण करवाया। 7 मंजिला आशियाने में करीब 5 लाख की लागत आई जिसकी करीब ऊंचाई 60 फिट है और 784 घर है,प्रत्येक घर के 2-2 दरवाजे है। जिसमे एक से 3 पक्षी रह सकते है जिसके अनुसार 2 हजार पक्षी निवास कर सकते है। पक्षियों के लिए नीचे ही सुरक्षित तारबंदी के अंदर ही चुग्गे व पानी की भी व्यवस्था गौशाला व ग्रामीणों की और से की जा रही है। क्षेत्र में इस तरह का पहला पक्षी घर बनने से आसपास के लोग इसे देखने के लिए भी पहुँच रहे है।
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