टीम ने पांच दिन मेला स्थल पर स्वच्छता अभियान चलाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर धोरीमन्ना बिश्नोई समाज के सबसे बड़े राष्ट्रीय मैले मुकाम-समराथल में पर्यावरण संरक्षण सेवक टीम ने पूरे मेला परिसर को पांच दिन तक निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य कर ना केवल सिंगलयूज प्लास्टिक मुक्त बनाया बल्कि मेले में बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाकर मेले परिसर को सुंदर व स्वच्छ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिले से पर्यावरण सरंक्षण टीम के सेवक स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई ने जानकारी दी कि अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद खम्मूराम बिश्नोई एकलखोरी के नेतृत्व में पर्यावरण सरंक्षण सेवक टीम ने पांच दिन तक स्वच्छता अभियान चलाकर मेला परिसर में जगह-जगह पर कचरा पात्र रखे व हर दुकानदार से मिलकर प्लास्टिक का प्रयोग न करने हेतु अपील की गई साथ ही मेला परिसर में भोजन व्यवस्था के लिए लंगर की व्यवस्था थी वहां घूम घूमकर जूठन न छोड़ने व नशा त्यागने की अपील की गई मेले परिसर में पधारें श्रद्धालुओं के हाथ में प्लास्टिक पाए जाने पर या जरूरतमंद को कपड़े की थैली, मिट्टी के कप व कांच की गिलास में बांटने का भी अभियान चलाया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण से जुड़े व स्वच्छता रखने से संबंधित नुक्कड़ नाटक, गीत व नाच-गान द्वारा लोगों को स्वच्छता रखने के लिए जागरूक किया गया। पर्यावरण संरक्षण टीम के सेवक केवल एक गांव से नहीं बल्कि पूरे देश के अलग-अलग स्थानों से सेवा देने आए जिसमें जोधपुर से अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद खम्मुराम बिश्नोई एकलखोरी, कानासर से वरिष्ठ अध्यापक ओमप्रकाश गोदारा, कबूली से किसनाराम बांगङवा, फतेहाबाद से सुरेन्द्र गोदारा व उनकी धर्मपत्नी, हरिराम जालोड़ा, गुमानाराम सांचौर, व्याख्याता पुनाराम खोखर, खारा से मोहनराम गोदारा, धोरीमना से स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद बिश्नोई, मोहनराम कालीराणा, शांतिलाल सारण नीमगांव मध्य प्रदेश, मोहनराम कांवा कबूली, भारमलराम भाखरी, बुधराम कांवा, रघु कांवा, बंसीलाल फींच, गायिका शोभा रानी, मधूसुदन, सोमा माल फतेहाबाद, प्रमिला जाणी कबूली सहित सैकड़ों सेवकों ने निस्वार्थ सेवा देकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
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