कुलदीप बिश्नोई को राजस्थान विधानसभा चुनावों में मिल सकती है जिम्मेदारी, 37 सीटों पर बिश्नोई समाज का दबदबा

दिल्ली बिश्नोई समाचार हरियाणा के भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई और विधायक भव्य बिश्नोई ने आदमपुर उपचुनाव में जीत के बाद पहली बार गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कुलदीप ने इस मुलाकात को हरियाणा और राजस्थान की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर विस्तृत चर्चा बताया। राजस्थान में दिसंबर 2023 में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में भाजपा कुलदीप को राजस्थान के बिश्नोई बाहुल्य इलाके में चुनाव प्रबंधन या स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल कर सकती है।

राजस्थान में बिश्नोई समाज का 37 सीटों पर दबदबा
राजस्थान में बिश्नोई समाज 7 लोकसभा क्षेत्रों में 37 विधानसभा सीटों पर प्रभाव व निर्णायक भूमिका में है। मौजूदा समय में 5 विधायक है। कुलदीप जब कांग्रेस में थे तो पार्टी ने उन्हें राजस्थान में स्टार प्रचारक बनाकर भेजा था। कुलदीप बिश्नोई मौजूदा समय में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक है। इसका मुख्यालय मुकाम जोधपुर में है। कुलदीप आदमपुर उपचुनाव में जीत के बाद करीब 5 बार राजस्थान के दौरे पर जा चुके हैं। ऐसे में भाजपा कुलदीप बिश्नोई को राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले संगठन में अहम जिम्मेदारी दे सकती है।

जनवरी 2023 से कुलदीप के राजस्थान दौरे फिर शुरू
आने वाले विधानसभा चुनावों के चलते कुलदीप बिश्नोई राजस्थान में अपनी सरगर्मियां बढ़ाने जा रहे हैं। कुलदीप के जनवरी 2023 में राजस्थान के लिए दौरे शुरू हो रहे हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कुलदीप बिश्नोई को भाजपा संगठन में शामिल करके राजस्थान चुनावों में कोई अहम जिम्मेदारी दे सकती है।

अगस्त 2022 में दिया था कांग्रेस और विधानसभा से इस्तीफा
कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का पद न मिलने से कांग्रेस हाईकमान से नाराज थे। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सदस्य से हटा दिया। कुलदीप ने 3 अगस्त को कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और 4 अगस्त को भाजपा जॉइन की।

नवंबर 2022 को हुए उपचुनाव में भाजपा ने कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई को चुनाव मैदान में उतारा। भव्य बिश्नोई ने कांग्रेस के जयप्रकाश को 15740 वोट से हराया। भजन लाल परिवार 1967 से लगातार आदमपुर सीट जीतता आ रहा।

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