आज कथा समापन के साथ ही जम्भेश्वर मंदिर का कलशारोहण, मंत्री सहित समाज के गणमान्य करेगे शिरकत
पत्रकार श्रीराम ढाका
राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर धोरीमन्ना निकटवर्ती जालबेरी में स्थित जम्भेश्वर मंदिर पर आयोजित सात दिवसीय विराट जाम्भानी हरीकथा के अंतिम दिवस की कथा में कथावाचक आचार्य संत डॉ गोवर्धनरामजी शिक्षा शास्त्री ने कहा कि जब-जब भी धरती पर पापाचार बढता है तथा धर्म की हानि होती है। तब वह धरा धाम पर भगवान अवतार लेते है। और इसी तर्ज पर भगवान जम्भेश्वर का अवतरण इस मरूभूमि में हुआ।
तथा सुखमय जीवन जीने के लिए उन्नतीस नियमों का प्रतिपादन करके मानवता को कल्याण की राह दिखाई उन्नतीस नियमों की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा जो कोई इन नियमों की ईमानदारी से पालना करेगा उसके जीवन में कभी कष्ट नहीं आएगा आचार्य ने शील, संतोष, दयाधर्म, स्नान, ध्यान आदि को हमेशा अपनाने की बात कही। उन्होंने अमृतादेवी का उदाहरण देते हुए कहा कि अन्य जीवों की तो क्या कहे अमृतादेवी के आह्वान पर 363 विश्नोई स्त्री पुरूषो ने खेजड़ी वृक्ष की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था शिव कथा का वर्णन करते हुए कहा की भगवान शिव द्वारा माता पार्वती को अमर कथा सुनाते वक्त शुकदेव अमर हो गए थे आचार्यजी द्वारा सुंदर कथा करते हुए आसपास के कई गांवों से पधारे बिश्नोई धर्म प्रेमी सज्जनों को नशा नही करने का संकल्प दिलवाया
आज जम्भेश्वर मंदिर का कलशारोहण
कार्यक्रम के तहत आज प्रातः काल मे विशाल हवन एवं यज्ञ के साथ मंदिर का कलशारोहण होगा कलशारोहण के दौरान आचार्य संत डॉ गोवर्धनरामजी शिक्षा शास्त्री सहित बिश्नोई समाज के संत एवं श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई के मुख्य आतिथ्य एवं फलोदी विधायक पब्बाराम ढाका, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, लोहावट विधायक किशनाराम बिश्नोई, भाजपा प्रदेश मंत्री केके बिश्नोई, ओमप्रकाश बिश्नोई सीईओ बाड़मेर, पूर्व सांसद जसवन्तसिंह बिश्नोई, हीराराम बिश्नोई पूर्व विधायक सांचौर, अशोक बिश्नोई एसडीएम बीकानेर, डॉ बिष्णुराम बिश्नोई सीएमएचओ शिव, इंदुबाला बिश्नोई प्रधान धोरीमन्ना, गैनसिंह राणासर सरपंच सहित समाज के गणमान्य लोगों का सानिध्य प्राप्त होगा दोपहर को महा प्रसादी का आयोजन होगा
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