ऑस्ट्रेलिया में बना भगवान जंभेश्वर के सब्दवाणी द्वारा यंज्ञ व पाहाल - आचार्य सच्चिदानंद

ऑस्ट्रेलिया बिश्नोई समाचार बिश्नोई समाज के संत आचार्य स्वामी सच्चिदानंद जी विदेश यात्रा पर है ऑस्ट्रेलिया देश में भ्रमण कर रहे हैं भगवान जांभोजी द्वारा बताए नियमों का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। 

स्वामी सच्चिदानंद जी ने बताया आज सुबह सिडनी में श्री मोहित कुमार जी धारणियां के आवास पर १२० सबदों का पाठ कर दिव्य पाहल बनाया। 
इस कार्यक्रम में ५० से अधिक बंधु पाठ में शामिल हुए।डिजिटल स्क्रीन पर अंकित सबदवाणी को सभी प्रवासी बिश्नोई भ्रातृ-भगिनी पाठ करते हुए दिव्य प्रतीत हो रहे थे।  

सप्त-सिन्धु पार आने के बाद भी धर्म के प्रति श्रद्धा व निष्ठा स्पष्ट परिलक्षित हो रही थी। यज्ञ में शामिल होने भक्त जन केनबरा , ब्रिसबेन, मेलबर्न इत्यादि शहरों से हज़ारों किलोमीटर की यात्रा करके पधारे। जिनमें श्री रामभगत जी मोगा सपत्नीक ब्रिसबेन से पधारे वहीं श्री उदय रोझ भी सपत्नीक केनबरा से पधारे। महेन्द्र जी सिंवर मेलबर्न से आये ।

यज्ञ पूर्णाहुति के पश्चात सब लोगों को आस्ट्रेलियन बिश्नोई काउंसिल बनाकर श्री गुरू जंभेश्वर भगवान का मंदिर अथवा कम्युनिटी हाल अथवा बिश्नोई धर्मोत्थान केंद्र बनाने का आग्रह किया जो सभी ने सहर्ष स्वीकार किया।

अब आशा है ,शीघ्र ही गुरू महाराज की धर्म ध्वजा आस्ट्रेलिया जैसे विकसित देश के मुक्त गगन में भी फहरायेगी। इससे न केवल बिश्नोई पंथ की अन्तरराष्ट्रीय पहचान में अभिवृद्धि होगी अपितु यहाँ आने व रहने वाले प्रवासी परिवारों के लिए धार्मिक संस्कृति व सभ्यता को अक्षुण्ण रखने में सहायक होगा। भावी पीढ़ियाँ समाज की मुख्यधारा से जुड़ी रहेगी।

शाम के समय राहुल जी भाम्भू माणकसर वामांगिनी कनिष्का रोझ ,पवन कुमार व सोनु पंवार साधुवाली, विकास जी ढुकीया लालवास, प्रिंस भादू धांगड., मनीष सियाग खाजूवाला,विष्णु जी कस्वां भाणा व भार्या पूनम धारणियां से इनके आवास पर मिलना हुआ ।

रायसिंहनगर के मूल निवासी श्रीमान सन्नी व बन्नी रमाणा सुपुत्र श्री देवेन्द्र सिंह जी रमाणा के सदन में जाना हुआ। इन्होंने बड़ी आत्मीयता से आतिथ्य सत्कार किया।

आज स्वामी सच्चिदानंद आचार्य ने बताया हवाई यात्रा से वापिस मेलबर्न जाना था। परंतु सिडनी घरेलू एयरपोर्ट जाने के बाद ज्ञात हुआ कि, मेलबर्न की सभी फ़्लाइटें अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दी गई है। 

जिन यात्रियों को असुविधा हुई उन सभी के रात्रि ठहरने व भोजन की व्यवस्था एयरलाइंस द्वारा किये जाने की सूचना बार बार संप्रेषित की जा रही थी। पर आचार्य जी वापस लौटकर मोहित जी के घर गये। आज रात्रि विश्राम के बाद सुबह फ़्लाइट के पुनर्निधारित समय पर मेलबर्न के लिये प्रस्थान करेंगे।

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