पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताए दु:ख दूर करने के उपाय

अपने कर्म के प्रति जिस दिन तुम जागरूक हो जाओंगे, उस दिन तुम्हे तुम्हारे लक्ष्य की प्राप्ति निश्चित है।

भीकनगांव. जो जैसा कर्म करेगा वैसे ही फल की प्राप्ति भी होगी। सीहोर वाला महाराज भी तुम्हारे दु:ख नहीं काट सकता। स्वयं के कर्म से ही दु:ख कटेंगे। यह बात नागेश्वर महिला मंदिर समिति द्वारा आयोजित श्री हरिहर शिवमहापुराण के दूसरे दिन करीब एक लाख श्रद्धालुओं से भरे सदन में व्यासपीठ पर बैठे पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही। कर्म प्रधान पर बल देते हुए पंडित मिश्रा ने इसे बड़े मार्मिक ढंग से समझाया। उन्होंने कहा- कर्म कैसे करें यह सूर्य देवता से सीखना चाहिए। जिंदगी में दूख चौबीस घंटे दरवाजे पर खड़ा मिलेगा। यदि कर्म श्रेष्ठ करोंगे तो मार्ग सुलभ हो जाएगा।  

पंडित मिश्रा ने कहा

जीवन में कई लोग मिलेंगे। पास में बैठाएंगे। दुख मिटाने की बात कहेंगे। धनपति बनाने की बात कहेंगे लेकिन शिव महापुराण कथा की एक ऐसा जरिया है जहां यह कभी नहीं कहा जाता। सीहोर वाला महाराज तुम्हारा दु:ख नहीं काट सकता, स्वयं द्वारा किया गया कर्म दु:ख काटेगा

पंडित मिश्रा ने कहा

अपने कर्म के प्रति जिस दिन तुम जागरूक हो जाओंगे, उस दिन तुम्हे तुम्हारे लक्ष्य की प्राप्ति निश्चित है। कर्म का फल जरूर मिलता है। शिवपुराण में भी लिखा है कि स्वयं कर्म करोगे तो दु:ख घटना शुरू हो जाएगा। उन्होंने सूर्य नारायण भगवान का उदाहरण देते हुए कहा-भगवान के रथ का पहिया एक ही है,अश्व सात है, चालक विकलांग है, रास सांपों की है, रास्ता उबड़-खाबड़ है, मगर फिर भी उनका कर्म पक्का है। किसी ने सूर्य नारायण भगवान से कहा आप प्रतिदिन नियमित संसार को रोशनी देते हैं मगर फिर भी दूसरे देवों के अनुरूप आपकी पूजा नहीं होती। इस पर सूर्य नारायण भगवान ने कहा मेरा कर्म ही मेरी पूजा है। रोशनी देना मेरा कर्म है। शिवभक्तों को शिव महिमा के अध्याय में ब्रह्मा जी द्वारा पृथ्वी की रचना का वृतांत सुनाया।

परोपकार : सामाजिक संगठन दे रहे सेवाएं

मां त्रिवेणी मिश्र मंडल द्वारा दूर दराज से आए निशक्त व बुजुर्ग लोगों को कथा स्थल पर लाने-ले जाने की सेवा दी जा रही है। इसके अलावा मयूर गणेश मंडल द्वारा पानी की व्यवस्था की गई। मंडल के बीस सदस्य रोजाना 40 हजार लीटर पानी का वितरण कर रहे हैं।

पुलिस बढ़ा रही मदद के हाथ

कथा में ट्रैफिक सहित लोगों की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस बखूभी निभा रही। कथास्थल पर गुम हुए छोटे-छोटे बच्चों को परिजनों को सौंपा गया। ग्रामीण एएसपी जितेन्द्र पंवार सहित अन्य स्टाफ अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से निभा रहे हैं।

Post a Comment

और नया पुराने