आचार्य जी ने मोहित जी की इलेक्ट्रिक टेस्ला कार में सवार होकर बेंकस्टाउन एयरपोर्ट पहुँचे। हेलिकॉप्टर से पूरे शहर का विहंगम दृष्य देखा। सिडनी एक बहुत ही खूबसूरत शहर है जो समुद्री किनारों व कृत्रिम जलाशयों के तट पर खड़ी गगनचुंबी इमारतें,अनगिनत वृक्षों ओर की क़तारबद्ध शृंखलाएँ जगह जगह पर हरित पार्कों के साथ बसा हुआ है।
यहाँ के मुख्य आकर्षण के केंद्र ओपेरा हाउस और हारबर ब्रिज है। गिनिज बुक आसफ़ विश्व रिकार्ड्स के अनुसार, यह विश्व का सबसे चौड़ा लंबे फैलाव वाला पुल है। यह संसार का पांचवा सबसे लंबा फैलती हुई चाप वाला पुल भी है और उंचाई से पानी के स्तर पर नापने 134 मीटर (440 फीट) पर सबसे ऊंचा इस्पात का चापाकार पुल है।1967 तक बंदरगाह पुल सिडनी की सबसे ऊंची संरचना था। इसके निर्माण में लगभग 52800 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है ।
दो दोनों ही यहाँ कि राष्ट्रीय धरोहर हैं। इनकी फ़ोटो अक्सर आस्ट्रेलिया के मानचित्र में दिखाई देती है ।
सिडनी ओपेरा हाउस ने 1973 में खोलने के बाद से “एक बेहतर और अधिक प्रबुद्ध समुदाय की मदद करने के लिए” बनाया है, जो दुनिया के कई महान कलाकारों और प्रदर्शनों और स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मामलों के लिए एक बैठक स्थल है। आज यह दुनिया के सबसे व्यस्त प्रदर्शन कला केंद्रों और ऑस्ट्रेलिया के नंबर एक गंतव्य में से एक है, जो साल में 365 दिनों में 8.2 मिलियन से अधिक आगंतुकों को विशिष्ट विविध अनुभव प्रदान करता है।
आचार्य स्वामी सच्चिदानंद ने समुद्र फेरी की सवारी करते हुए पूरे शहर को देखा।
आचार्य जी ने बताया की शहर में समाजसेवी श्री तेजपाल सिंह जी रत्तिया से मिलना हुआ। रात्रि भोजन श्री राधे खीचड़ घडसाना के घर सम्पन्न हुआ ।
कल सुबह श्री मोहित जी के घर विशाल यज्ञ व पाहल होगा। Australia
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