विश्नोई समाज नगीना के तत्वावधान में मौहल्ला विश्नोई सराय स्थित गुरु जंभेश्वर हरित उद्यान के सामने स्कूल प्रांगण आयोजित कार्यक्रम में हरिद्वार से आये परमानंद महाराज व मुकाम (राजस्थान) से आये चमन ऋषि महाराज द्वारा विश्नोई समाज के अनुसार विधि विधान से हवन एवं यज्ञ कराया गया हवन एवं यज्ञ में बड़ी संख्या में बिश्नोई समाज के स्त्री पुरुषों ने भाग लेकर तथा यज्ञ में आहुति देकर धर्म लाम उठाया।
रविवार की सुबह हवन एवं यज्ञ के उपरांत संपन्न हुई विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए परमानंद महाराज, चमन ऋषि, डा. एन.पी. सिंह, प्रभात चंद्र, डा. दिनेश, कृष्ण कुमार विश्नोई आदि ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए विश्नोई समाज के योगदान की चर्चा करते हुए अपने अपने अपने विचार रखे और बताया कि राजस्थान में खेजहड़़ी के पेडों को बचाने के लिए किस तरह बिश्नोई समाज के 363 स्त्री /पुरुषों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। वक्ताओं ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए शहीद हुए बिश्नोई समाज के लोगों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। वक्ताओं ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पौधरोपण करने की आवश्यकता पर बल दिया। गोष्ठी की अध्यक्षता डा.राकेश ने व संचालन राजू बिश्नोई ने किया।
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