गुरु जंभेश्वर पर्यावरण संरक्षण शोध पीठ द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार

गुरु जंभेश्वर पर्यावरण संरक्षण शोध पीठ द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार से बढ़ेगी पर्यावरण जागरूकता - न्यायमूर्ति डॉ. भाटी 
राजस्थान बिश्नोई समाचार जोधपुर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर की गुरु जंभेश्वर पर्यावरण शोध पीठ के पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का विधिवत उद्घाटन विश्वविद्यालय परिसर के विज्ञान संकाय के ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। उद्घाटन सत्र से पूर्व चेतना कार्यक्रम के रूप में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना , एन॰सी॰सी॰, स्काउट्स एवं पर्यावरण प्रेमी खम्मूराम विश्नोई टीम द्वारा पर्यावरण दिवस 5 जून को  पर्यावरण संरक्षण जन चेतना रैली का आयोजन किया गया। रैली को माननीय कुलपति प्रो के एल श्रीवास्तव ने विश्वविधालय के केंद्रीय कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में एन॰एस॰एस॰ समन्यक प्रो के आर पटेल,  कार्यक्रम अधिकारियों   प्रो प्रवीण गहलोत, डॉ हेमसिंह गहलोत, डॉ. आर॰पी॰ सारण, डॉ ललित सिंह झाला , डॉ भरत देवड़ा, डॉ अशोक कुमार ,डॉ अनुराग चौधरी , डॉ अशोक कुमार पटेल, डॉ खेताराम के साथ वि वि के सैकड़ो स्वयं सेवकों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हाथों में तख्तियां लेकर, पर्यावरण बचाने के नारे लगाते हुए 5 किमी दूर नए परिसर  में रैली का समापन किया।इस शुभ अवसर पर संत सानिध्य में शोध पीठ कार्यालय में जांभाणी दर्शन आधारित 120 शब्दों का यज्ञ किया गया । उद्घाटन सत्र स्वामी कृष्णानंद आचार्य अध्यक्ष , जांभाणी साहित्य अकादमी बीकानेर के सानिध्य में प्रारंभ हुआ । आचार्य जी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए गुरु जंभेश्वर के धर्मोंपदेश को आधार बताया । उन्होंने कहा कि प्रत्येक पर्यावरण प्रेमी को प्रकृति के प्रति अत्यंत संवेदनशील होना चाहिए ।  सत्र के प्रारंभ में शोध पीठ  के निदेशक डॉ.ओमप्रकाश विश्नोई बिश्नोई ने शोध पीठ का कार्यवृत्त प्रस्तुत करते हुए स्वागत उद्बोधन किया। सेमिनार के समन्वयक डॉ आरके विश्नोई ने सेमिनार आयोजन के उद्देश्य बताते हुए आयोजित होने वाले विभिन्न सत्रों का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया । सत्र के मुख्य वक्ता पद्मभूषण एवं पद्मश्री  से विभूषित देहरादून के डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने स्वयं के पर्यावरण संरक्षण से संबंधित जीवन अनुभव बताते हुए प्रत्येक व्यक्ति से आह्वान किया कि वे सब पर्यावरण संरक्षण जैसे पवित्र कार्य के सहभागी बनें एवं गुरु जंभेश्वर के आदर्शों का पालन करें । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ पुष्पेंद्र सिंह भाटी ,माननीय न्यायमूर्ति, राजस्थान उच्च न्यायालय , जोधपुर ने मुख्य अतिथि उद्बोधन के रूप में उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ समर्पण भाव से कार्य करने से कार्य फलीभूत होता है । साथ ही उन्होंने पर्यावरण से संबंधित संविधानिक व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए प्रत्येक व्यक्ति से वृक्षारोपण और उनके संरक्षण से संबंधित प्रत्येक कार्य को निष्ठा भाव से करने का आह्वान किया । डॉक्टर भाटी ने गुरु जंभेश्वर शोध पीठ द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण पर्यावरण संरक्षण सम्मेलन निश्चित रूप से आमजन को पर्यावरण के प्रति जागरूक करेगा हमें इस प्रकार के सम्मेलनों का निरंतर आयोजन करते रहना चाहिए जिससे जिससे आमजन में पर्यावरण के प्रति जागरूकता आएगी । 

कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन के रूप में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ. कन्हैया लाल श्रीवास्तव ने वैदिक अख्यानो सहित ऋणों में देव ऋण को प्रकृति से संबंध करते हुए प्रत्येक व्यक्ति को कृतज्ञ भाव के साथ उसे चुकाने का आह्वान किया । उन्होंने शोध पीठ से जुड़े  सभी पर्यावरण प्रेमियों का आभार व्यक्त करते हुए बधाइयां दी एवं शोध पीठ द्वारा किए जा रहे नवाचारों का निरंतर विश्वविद्यालय की ओर से सहयोग करने का आश्वासन दिया । ग्रुप में प्रथम सत्र मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर रामगोपाल ने अपने विचार रखे ।कार्यक्रम सह समन्वयक भागीरथ विश्नोई ने धन्यवाद ज्ञापित किया और डॉ जितेंद्र गोयल एवं डॉ राजश्री राणावत ने मंच संचालन किया ।

इसी कड़ी में सेमिनार के प्रथम दिन के द्वितीय , तृतीय एवं चतुर्थ  सत्रों का यथाविधि संचालन हुआ । इन सत्रों में मुख्य वक्ताओं के रूप में डॉ बनवारी लाल साहू, डॉक्टर भल्लू राम खीचड़, डॉ मुकुल विश्नोई, विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, प्रोफेसर बीआर गुर्जर, इंजीनियर रमेश बाबल, डॉ श्वेता रानी, डॉ प्रीति विश्नोई, श्री शरद पुरोहित, प्रोफ़ेसर पवन कसेरा, प्रोफेसर वीके शर्मा, प्रोफेसर मीना बरड़िया , विधायक पब्बाराम विश्नोई, डॉ भागीरथ चौधरी ,प्रोफेसर संगीता लुक्कड़ , पाबू राम बिश्नोई , सरस्वती कुमारी, डॉक्टर शालिनी वर्मा और श्री एनके वासु ने व्याख्यान दिए। विभिन्न सत्रों का का संचालन डॉक्टर हितेंद्र गोयल, डॉ भंवरलाल उमरलाई, डॉ महेश धायल और डॉ रामस्वरूप जंवर द्वारा किया गया। तकनीकी सहयोग डॉक्टर एल सी विश्नोई ने किया।  डॉ अनिल जोशी, देहरादून , जमुना टुडू, झारखंड और तेलू राम सारण हरियाणा को पुष्कर प्रदान किया गया गुरु जंभेश्वर पर्यावरण संरक्षण शोध पीठ द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के दौरान पूर्व उप जिला प्रमुख गोपाराम गुड़िया , पूर्व प्रधान भागीरथ बेनीवाल, पंचायत समिति सदस्य महि राम सारण,  शंकर सिंह विश्नोई, महिपाल जाणी , विश्वविद्यालय के आचार्य एवं विभागाध्यक्ष , शोधार्थी एवं  पर्यावरणविदों ने भाग लिया । इसी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में लगभग 15 देशों के 3000 से अधिक प्रतिभागी पंजीकृत हुए ।

सादर प्रकाशनार्थ 
डॉक्टर ओ पी विश्नोई
निदेशक, गुरु जंभेश्वर पर्यावरण संरक्षण शोध पीठ, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर।

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