सामाजिक कुरीतियों का त्याग व जरूरतमंद की मदद ही लक्ष्य- सीईओ ओमप्रकाश

बिश्नोई समाज का निर्णय :- मृत्युभोज, बाल विवाह व सामाजिक समारोह में नशे की मनुहार पर लगेगी रोक

राजस्थान बिश्नोई समाचार धोरीमन्ना बाङमेर धोरीमन्ना सामाजिक कुरीतियों के निवारण एवं जरूरतमंद प्रतिभाशाली  विद्यार्थियों की मदद को लेकर श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर धोरीमन्ना प्रांगण में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के जिला अध्यक्ष आचार्य महंत डॉ गोवर्धनरामजी शिक्षा शास्त्री के सानिध्य में बाड़मेर जिले के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई के निर्देशन में बिश्नोई समाज की बैठक आयोजित की गई जिसमें समाज के विभिन्न सामाजिक कुरीतियों को लेकर विचार विमर्श किया गया क्षेत्र के बिश्नोई समाज ने सर्वसम्मति से मृत्युभोज, बाल विवाह एवम सामाजिक आयोजन डोडा, अफीम नशा बंद करने का निर्णय लिया। अगर कोई व्यक्ति इन निर्णयों की अवमानना करने की कोशिश करते हुए पाया जायेगा तो पहले समाज के गणमान्य लोगों द्वारा समझाईश की जायेगी फिर भी नहीं मानने पर कानूनी सहायता ली जायेगी। इस दौरान समाज के युवाओं को संबोधित करते हुए आचार्य डॉ गोवर्धनरामजी शिक्षा शास्त्री ने कहा कि सामाजिक रीति-रिवाजों के नाम पर समाज में अनेकों सामाजिक कुरीतियों का जन्म हो गया है जो समाज के लिए कलंक जिससे समाज की आर्थिक स्थिति कमजोर होगी जिससे परिवार अपने बच्चों को शिक्षा व रोजगार के लिए पूरा अवसर उपलब्ध नहीं करवा पाएंगे इससे समाज में आर्थिक स्थिति के साथ-साथ सामाजिक स्तर में भी गिरावट आएगी समाज को समय पर जागृत होकर सामाजिक कुरीतियों को त्यागना होगा मृत्यु भोज करना बहुत बड़ा पाप है क्योंकि मृत्युभोज हिंदू धर्म में निषेध है इसलिए किसी सामाजिक रीति रिवाज के नाम की बुराईयों का त्याग करना होगा एवम बाल विवाह की वजह से बालक और बालिका अपने जीवन साथी का चुनाव न कर पाने के कारण भविष्य में दोनों के बीच मनमुटाव और आपसी विरोध भाव होने के कारण सामाजिक माहौल खराब होता है। नशा मुक्ति पर अपने विचार रखते हुए कहा कि सामाजिक आयोजनों में खुले तौर पर अफीम डोडा की मनवार होगी तो यह समाज में यह एक बहुत बड़ी कुरूति का रूप धारण कर लेगी जिससे आने वाली पीढ़ी बर्बाद हो जाएगी। इस अवसर पर सीईओ ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा कि समय और आवश्यकता के अनुसार अगर समाज को आगे लाना है तो सामाजिक कुरीतियों को त्यागना होगा एवं प्रतिभाशाली जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद कर उनको जीवन में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने होंगे तभी ही समाज का विकास हो पाएगा। उन्होंने कहा की बाल विवाह और नशा सबसे बड़ी समाजिक समस्या है। बाल विवाह और नशे से परिवार टूट रहे है हमें घर, परिवार और समाज को बचाने के लिए यह कदम उठाना अति आवश्यक है। इस अवसर पर बिश्नोई समाज के पंच एवं प्रधान प्रतिनिधि गोरधनराम कड़वासरा, ठेकेदार भजनलाल जांगू, पूर्व सरपंच हेमाराम कड़वासरा, धोरीमना सरपंच मनोहर तेतरवाल, ठाकराराम खीचड़, अधिशाषी अभियंता सुजानाराम गोदारा, सरपंच प्रतिनिधि हरीश तेतरवाल, पूर्व सरपंच बबलू तेतरवाल, मरुधर शिक्षण संस्थान के निदेशक बाबूलाल तेतरवाल, सुदाबेरी सरपंच प्रतिनिधि जयकिशन भादू, पत्रकार जयकिशन ढाका, डॉ बंशीलाल ढाका सहित बड़ी संख्या में समाज बंधुओं ने भी अपने विचार रखते हुए सामाजिक बुराइयों को त्यागने का आह्वान किया। 

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