Rajasthan News : जल संरक्षण के लिए हरियाणा के 62 वर्षीय सुभाष बिश्नोई अब तक 16 हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं। उनका सफर 19 हजार किलोमीटर की दूरी तय करने पर पूरा होगा। डेढ़ साल में 18 राज्यों की यात्रा कर उन्होंने जल जीवन मिशन के महत्व को मुखर किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल जीवन मिशन का काम सबसे बढ़िया हो रहा है।
बाड़मेर : कहते हैं कि कुछ करने का जज्बा हो तो उम्र आड़े नहीं आती और इंसान अपनी मंजिल को पा ही लेता है। इसका ताजा उदाहरण 36 वर्ष की सरकारी सर्विस के बाद साइकिल पर देश नापने निकले 62 वर्षीय सुभाष बिश्नोई हैं। उनका मकसद है पृथ्वी की सुरक्षा। बिश्नोई का कहना है कि पृथ्वी तभी सुरक्षित होगी, जब पानी और पेड़-पौधे बचेंगे। वह 18 राज्यों को साइकिल से नाप चुके हैं। उनकी साइकिल 16 हजार किलोमीटर चल चुकी है। उन्हें अभी 3000 किलोमीटर का सफर और तय करना है।
15 महीने, 18 राज्य, 16 हजार किलोमीटर की यात्रा
सुभाष चंद्र बिश्नोई हरियाणा के सिरसा जिले के गांव काली रावल के रहने वाले हैं। 62 साल के बिश्नोई राजकीय सेवा के रिटायरमेंट के बाद साइकिल पर देश नापने निकले हैं। वह 15 महीनों में 18 राज्यों को कवर कर चुके हैं। उनकी साइकिल 16 हजार किलोमीटर चल चुकी है। लोगों में जल जीवन मिशन को लेकर संदेश मुखर कर रहे बिश्नोई राजस्थान को साइकिल से नाप रहे हैं। वह हर जगह पानी बचाने का संदेश देते नजर आते हैं। उनके मुताबिक, अब तक वह जहां-जहां गए उनमें राजस्थान में जल जीवन मिशन का काम सबसे बढ़िया हो रहा है। राजस्थान सरकार पानी को लेकर बेहद अच्छा काम कर रही है।
मंडी सुपरवाइजर से सेवानिवृत्त हैं सुभाष विश्नोई
सुभाष बिश्नोई मार्केटिंग बोर्ड से मंडी सुपरवाइजर के पद से सेवानिवृत्त हैं। अब समाज को संदेश देने के लिए लगातार साइक्लिंग करते हैं। सुभाष बताते हैं कि विभाग से 2020 में सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने एनजीओ से जुड़कर जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाने की सोची। इसके तहत साइक्लिंग करने का विचार किया और देश भर में साइकिल से सफर पर निकल पड़े।
27 जनवरी, 2021 को शुरू किया अपना सफर
सुभाष ने 27 जनवरी, 2021 को साइकिल पर अपना सफर शुरू किया। इस दौरान वह पंजाब, राजस्थान, यूपी, बिहार, नेपाल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों से होकर राजस्थान के बाड़मेर पहुंचे हैं। बिश्नोई बताते हैं कि गुरु नानक देव ने कहा था कि पानी पिता समान है। लोकदेव जम्भेश्वर ने पानी को भगवान कहा है। वह उनके संदेश को लोगों को बताते हुए यात्रा जारी रखे हुए हैं। बिश्नोई को जगह-जगह लोगों का प्यार मिल रहा है। वह अगले पांच महीने में बाकी राज्यों की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
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