विपरीत परिस्थितियों में सरकारी विद्यालय में पढ़कर कोमल बिश्नोई ने 12वीं कला वर्ग में हासिल किए 98.40%
प्रतिभा प्रलाप नहीं करती, परिस्थिति भले विपरीत हो; प्रयास करती है और प्रतिष्ठा अर्जित करती है। श्री गंगानगर जिले के करणपुर क्षेत्र के गांव 51F की रहने वाली कोमल बिश्नोई ने इस उक्ति को चरितार्थ कर दिखाया है। सरकारी विद्यालय में पढ़कर कोमल ने 12वीं कला वर्ग में 98.40 % अंक प्राप्त किए हैं।
जीवन परिचय
कोमल का जन्म श्री करणपुर के निकटवर्ती गांव 51 F के एक साधारण किसान परिवार में हुआ। कोमल के पिता पृथ्वीराज बिश्नोई खेतीबाड़ी करते हैं। वहीं माता परमेश्वरी देवी का देहांत दो बरस पहले एक हादसे में हो गया।
शिक्षा
बाल्यावस्था से ही शिक्षा में मेधावी रही कोमल ने पहली से 8 वीं तक की पढ़ाई गांव के ही सरकारी विद्यालय में ग्रहण की। उसके पश्चात आगे की पढ़ाई गांव से 3 किमी दूर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, 2FC मुकन में ग्रहण की। कोमल ने 10वीं कक्षा में 90.17% अंक हासिल किए तो वहीं 12वीं कला वर्ग में 98.40% अंक हासिल कर जिले में टॉप अभ्यर्थियों में शामिल हुई।
पढ़ाई से कभी नहीं किया कॉम्प्रोमाइज
कोमल ने दसवीं कक्षा में 90.17 अंक हासिल किए और 12वीं में 10वीं से अधिक अंक हासिल करने का लक्ष्य बनाया। 11वीं कक्षा उत्तीर्ण कर ग्रीष्म कालीन अवकाश में ऑनलाइन पाठ्य सामग्री से नोट्स बनाएं और स्कूल लगने से पूर्व ही संबंधित पाठ्यक्रम का अध्ययन कर लिया। विद्यालय सत्र के दौरान कभी भी छुट्टी नहीं की, कभी बस नहीं मिली तो भी पैदल चलकर विद्यालय पहुंची। अध्यापकों के उच्चित मार्गदर्शन में विद्यालय समय के अलावा नियमित रूप से रोजाना 2 घंटे पढ़ाई कर 98.40% अंक हासिल करने में कामयाब हुई।
अपनी मां को खोने के बाद मौसी ने संभाला, कोमल ने बढ़ाया मान
कोमल ने दो वर्ष पूर्व एक हादसे में अपनी मां को खो दिया। मां का यूं असमय जाना कोमल पर पहाड़ टूटने जैसा था। पिता खेतीबाड़ी के लिए जैसलमेर चले गए लेकिन कोमल अपने चाचा सुग्रीव बिश्नोई और मौसी कलावंती देवी के पास गांव में ही रह गई। मौसी ने कोमल को घर के कामकाज में हाथ बंटाने के बजाय पढ़ने को प्रोत्साहित किया। कोमल के कोमल मन पर मौसी की बात घर कर गई और परिणामों में अव्वल आकर उसने मौसी का मान बढ़ाया।
रिजल्ट घोषित होने पर बधाई देने वालों का लगा तांता, निकले खुशी के आंसू
12वीं कला वर्ग के परिणामों में कोमल ने जिले में टॉप रैंकर बनी तो उनके घर शिक्षा अधिकारी व बधाई देने वाले अन्य लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान पुरा परिवार भावुक हो गया। कोमल की मां को याद कर आंखे भर आई
सफलता का श्रेय
कोमल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों और परिजनों को दिया।
बीकानेर की बेटियों ने बढ़ाया मान, कविता बिश्नोई व निशा ने प्राप्त किए 97.60%
इस वर्ष के कला वर्ग परिणामों में बीकानेर ने फिसड्डी साबित हुआ, राज्य भर में इस बार 12वें स्थान पर रहा। जिले में टॉप थ्री में 2 लड़ियां आई और प्रथम व द्वितीय स्थान पर सरकारी विद्यालय के छात्र-छात्रा रहे।
जिले में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दियातरा के छात्र भोजराज ने 98.67 % प्राप्त कर टॉप किया वहीं 97.60% के साथ दूसरे स्थान पर राजकीय महारानी गर्ल्स स्कूल, बीकानेर की छात्रा कविता बिश्नोई व 97.60% के साथ ही तीसरे स्थान पर विलेश्वर शिक्षण संस्थान, रासीसर की निशा पूनिया रही।
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