झाखरड़ा वन क्षेत्र में प्राकृतिक रेस्क्यू सेंटर बनाने अखिल भारतीय विश्नोई महासभा ने उठाई मांग


वन मंत्री के विधानसभा में झाखरड़ा वन क्षेत्र को जीणोद्धार को लेकर उठीं मांग।

राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर भंवर विश्नोई धोरीमन्ना। गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र में डबाई ग्राम पंचायत में झाखरड़ा वन क्षेत्र को प्राकृतिक रेस्क्यू सेंटर,व टूरिज्म के रूप में डेवलप करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। अखिल भारतीय विश्नोई महासभा अध्यक्ष देवेंद्र बुङिया ने वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि झाखरड़ा वन क्षेत्र में अनेकों वन्य जीव प्रजातियां विचरण करती है लेकिन लम्बे समय से संरक्षण के अभाव में विलुप्त होने जा रही है। महासभा अध्यक्ष ने बताया कि जीवनदायिनी नर्मदा नहर का ओवर फ्लो जल की निकासी इस खुलें पड़े क्षेत्र में की गई। इससे छोटे-छोटे टापूओं का निर्माण हुआ साथ ही एक हरा-भरा वैटलेड क्षेत्र बना। 

महासभा अध्यक्ष देवेंद्र बुङिया ने कहा कि झाखरड़ा विदेशी प्रवासी पक्षियों का विचरण क्षेत्र भी है। इन्हें साथ ही पक्षी विहार के रुप में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि झाखरड़ा वन क्षेत्र के चारों ओर 8 से 10 फीट तारबंदी कर वेटेरनरी डाक्टर की नियुक्ति व विभागीय चौकी स्थापित कर प्राकृतिक वन्य जीव पर्यटक क्षेत्र के रूप में विकसित करें। उन्होंने बताया कि समूचे क्षेत्र में वन्य जीव प्रेमियों का वन्य संरक्षण के प्रति आत्मीयता से लगाव है उनकी भावना वन्य जीवों को सुरक्षित रखने की है। प्राकृतिक बहुमूल्य धरोहर झाखरड़ा वन क्षेत्र जल्द जिर्णोद्धार करने की मांग की।

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