राजस्थान बिश्नोई समाचार धोरीमना :- उपखंड के राजस्व गांव गडरा निवासी मोनिका बिश्नोई ने यह साबित कर दिखाया कि जिद्द के आगे हमेशा जीत होती है जब वह आठवीं कक्षा में पढ़ रही थी तब उसने मौसी के डॉक्टर बनने की बात सुनी तो स्वयं भी जिद्द करने लगी कि मैं भी डॉक्टर बनूंगी तब घर वालों ने उसे समझाया कि डॉक्टर बनने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत और प्रयास करना पड़ता है तब कहती थी कि मैं भी बहुत पढ़ लूंगी लेकिन मुझे डॉक्टर बनना है तो उसके बाद हमेशा डॉक्टर बनने की बात कहते हुए पढ़ाई करती रही तब उसकी जिद्द को देखते हुए उसके पिता ने 11वीं में उसका एडमिशन कोटा में करवाया वहां मोनिका ने बड़े मनोयोग से पढ़ाई करते हुए अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता 645 अंकों के साथ इस वर्ष हासिल कर ली मोनिका से बात करने पर बताया कि यदि हम मन से ठान लें तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त करना असंभव नहीं है मैं जब आठवीं में थी तब मुझे डॉक्टर के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी लेकिन मौसी के डॉक्टर बनने पर घर में जितना मान सम्मान हुआ उसने मुझे बहुत प्रभावित किया और मैंने भी डॉक्टर बनने की जिद्द जारी रखी उस जिद्द ने आज मुझे सफलता की सीढी तक पहूंचाया जो इस वर्ष डॉक्टर बनने के लिए आयोजित नीट परीक्षा परिणाम से पूरी हुई इस सफलता का श्रैय मैं मेरे परिवार ,विद्यालयों व एलेन कोटा को देना चाहूंगी जिन्होंने मुझे हमेशा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया और सफलता की सीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण सहयोग किया डॉक्टर बनकर मानव सेवा करना ही मेरा लक्ष्य है।
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