राजस्थान बिश्नोई समाचार दिल्ली मेरठ. मेरठ के कंकरखेड़ा के शिवलोकपुरी निवारी मेजर मयंक विश्नोई आंतकी मुठभेड़ में शहीद हो गए. मयंक के शहीद होने की जानकारी उनके परिजनों ने दी. 27 अगस्त को शोपियां में हुए एक आंतकी मुठभेड़ में मेजर घायल हो गए थे, जिन्हें उधमपुर स्थित मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उनका इलाज चल रहा था, इलाज के दौरान आज सुबह उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. कल सुबह मयंक का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंचेगा.
रविवार को राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार
परिजनों के अनुसार, राजपूताना राइफल्स में तैनात मेजर मयंक का पार्थिव शरीर रविवार को मेरठ पहुंचेगा. जहां राजकीय सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कराया जाएगा. मयंक के जाने के बाद अब परिवार में उनकी पत्नी स्वाति विश्नोई, पिता वीरेंद्र विश्नोई, माता मधु विश्नोई और दो बहनें है.
मेजर मयंक विश्नोई के पिता वीरेंद्र विश्नोई ने भी सेना में बतौर सूबेदार पद में अपनी सेवाएं दी है और इसी पद से रिटायर हुए हैं. परिजनों ने बताया कि मयंक पिता को ही अपनी प्रेरणा मानता था और उन्हीं की तरह सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का जज्बा बचपन से उसे था. जिसके चलते 2010 में वो आईएमए से पास आउट हुआ और सेना में बतौर मेजर नियुक्त हुआ.
बेटे की शहादत की खबर सुन परिवार के कई सदस्य उधमपुर रवाना
मेजर मयंक विश्नोई की शहादत की खबर आज सुबह परिजनों को मिलने के बाद ही परिवार के कई सदस्य उधमपुर के लिए रवाना हो गए हैं. वहीं, मंयक के आवास पर कई लोग पहुंच रहे हैं. वहीं, पूरे परिवार को बेटे की शहादत पर गर्व है.
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