जंभेश्वर रेस्कयू सेंटर श्रीबालाजी में गर्भवती हिरणी के दूसरी बार बचाए प्राण


पांच दिन इलाज के बाद आज दिया शावक को जन्म 

पशु डॉ मनोज गोदारा ने किया ऑपरेशन
राजस्थान बिश्नोई समाचार नागौर श्रीबालाजी 4 अगस्त । निकटवर्ती ग्राम मुंडासर की सीमा में कुत्तों द्वारा घायल एक गर्भवती हिरणी को पांच दिन पहले रेस्कयू किया गया था उसने आज एक शावक को जन्म दिया ।
         गत 31 जुलाई को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाकर गांव के उपसरपंच छैलूसिंह व उनके साथी एक गर्भवती हिरणी को जंभेश्वर रेस्कयू सेंटर श्री बालाजी पर लाए थे । प्राणी मित्र कुमारी पूजा बिश्नोई तथा पशुधन सहायक अशोक राव ने उस दिन हिरणी का इलाज कर रेस्क्यू सेंटर में भर्ती किया था । जिसका गत 5 दिनों से नियमित उपचार चल रहा था । आज स्वास्थ्य में सुधार था दिन में उसको प्रसव पीड़ा हुई।  शावक को जन्म देने का उसने प्राकृतिक रूप से प्रयास किया मगर एक डेढ़ घंटा तक बच्चे को जन्म नहीं दे पाई ,तब श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने दूरभाष पर संपर्क कर तुरंत प्रभाव से राजकीय पशु चिकित्सालय श्री बालाजी के चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज गोदारा को बुलाया श्री गोदारा ने ऑपरेशन कर गर्भवती हिरनी के प्रसव कराया  मगर नवजात शावक के प्राण नहीं बचे ।
हिरणी  के स्वास्थ्य में सुधार है ।
             उल्लेखनीय है कि गत 31 जुलाई को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाकर लाया गया तब उसके प्राण संकट में थे उस समय इलाज करके वन्यजीव प्रेमियों द्वारा उसके प्राण बचाए गए थे । आज 5 दिन बाद दुबारा जब उसने शावक को जन्म दिया । प्रसव पीड़ा  होने के कारण फिर उसके प्राण संकट में थे । मगर वन्यजीव प्रेमियों की तत्परता और चिकित्सा अधिकारी की सावधानी से आज दोबारा प्राण बच पाए हैं । इसके लिए सभी ने परमात्मा को धन्यवाद दिया है।

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