सड़क दुर्घटना में नीलगाय के दो पैर टूटे आज हुआ ऑपरेशन
इंसान की तरह होती है वन्यजीवों की चिकित्सा
राजस्थान बिश्नोई समाचार जालौर रामरतन जी सांचौर 20 जुलाई । निकटवर्ती ग्राम धमाणा का गोलिया में अमृता देवी उद्यान वन्य जीवो का आश्रय स्थल बना हुआ है। जहां आज एक सड़क दुर्घटना में घायल नीलगाय के दो क्षतिग्रस्त पैर काट कर अलग किए गए। श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के प्रदेश सचिव भंवरलाल मांजू और सांचौर तहसील के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजूराम गुरु ने मौके पर उपस्थित रहकर नीलगाय का ऑपरेशन करवाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 7:00 बजे डॉक्टर गणपतराम ने क्षतिग्रस्त पैरों की शल्यचिकित्सा की । हिरण सेवक सुजानाराम गोदारा, बुधाराम गुरु सहित वन्यजीव प्रेमियों ने नीलगाय के पिछले दोनों पैर जहां से टूटे हुए थे वहां से काटकर ड्रेसिंग की ।
उल्लेखनीय है कि गत 8 वर्षों से अमृता देवी उद्यान में वन्यजीवों की सेवा की जा रही है । घायलों को जीवन दान देने का काम वन्यजीव प्रेमी कर रहे हैं । सुजानाराम गोदारा ने बताया कि वे गत आठ वर्षों से उक्त उद्यान में चौबीसों घंटे स्थाई निवास करते हैं । अनाथ वन्यजीवों को गाय का दूध पिलाकर लालन-पालन करते हैं । डॉक्टर गणपतराम चिकित्सा सेवा करते हैं । वन विभाग की अस्थाई चौकी भी है जिसमें वनकर्मी तैनात रहते हैं । वन्यजीव प्रेमियों और बिश्नोई समाज के आर्थिक सहयोग से संस्था की टीम भंवरलाल मांजू के नेतृत्व में दिन रात सेवा करती है ।इससे पहले नीलगाय को इस सेंटर पर भर्ती नहीं किया जाता था । आज संस्था की टीम ने एकमत होकर प्रथमबार नीलगाय को यहां भर्ती लिया और ऑपरेशन करवा कर जीवन दान देने का प्रयास किया है ।
एक टिप्पणी भेजें