चिंकारा की बचाई जान जंभेश्वर रेस्क्यू सेंटर श्रीबालाजी में किया भर्ती

राजस्थान बिश्नोई नागोर श्रीबालाजी 17 मार्च । निकटवर्ती ग्राम सथेरण की सीमा में आज सुबह 9 बजे एक 2 वर्षीय चिंकारा हिरण को कुत्तों ने दबोच लिया । घटनास्थल के नजदीक ही अपने घर में पढ़ रहे बीए के विद्यार्थी रविंद्र पुत्र नरसीराम बिश्नोई  दबे हुए हिरण की आवाज सुनकर तुरंत मौके पर पहुंचा और हिरण को कुत्तों के चंगुल से छुड़वाया ।
    इसकी सूचना मिलते ही पर्यावरण प्रेमी श्याम सुंदर पुत्र भंवरलाल विश्नोई अपनी निजी गाड़ी बोलेरो कैंपर लेकर मौके पर पहुंचे और दोनों ने घायल हिरण को शीघ्र जंभेश्वर रेस्क्यू सेंटर श्रीबालाजी में पहुंचाया ।
      रेस्क्यू सेंटर में मूक प्राणियों की सेवा कर रही कुमारी पूजा सीगड़ ने चिंकारा को भर्ती किया । घावों पर दवाई लगा कर ड्रेसिंग की तथा प्राथमिक उपचार कर घायल हिरणों के वार्ड में भर्ती किया ।उसके बाद चिकित्साधिकारी डॉक्टर मनोज गोदारा ने उपचार किया ।उसके बाद हिरण के स्वास्थ्य में सुधार नजर आया और चिंकारा के प्राण संकट से बच गए ।
         उल्लेखनीय है कि ग्राम श्रीबालाजी तथा आसपास के क्षेत्र में घायल होने वाले वन्यजीवों की चिकित्सा सेवा व तुरंत राहत के लिए श्रीबालाजी में जंभेश्वर रेस्क्यू सेंटर का संचालन श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान की शाखा श्रीबालाजी तथा वन मंडल नागौर के संयुक्त तत्वाधान में जन सहयोग से किया जा रहा है। इस उपचार केंद्र में घायलों की चिकित्सा सेवा करने के बाद स्वस्थ होने पर पुनर्वास के लिए जंगल में छोड़ा जाता है । गंभीर घायल होने के कारण मृत हिरणों को वन विभाग की टीम द्वारा सफेद कपड़ा ओढाकर नमक डालकर वन विभाग की तारबंदी भूमि पर  ससम्मान मिट्टी में दफनाकर अंतिम संस्कार किया जाता है । हिरणों के अनाथ शावकों को गाय का दूध पिला कर पाल पोस कर बड़ा किया जाता है । 
       ज्ञातव्य है कि गत 2 साल से कुमारी पूजा सीगड़  अपने घर पर मूक प्राणियों की सेवा करती थी उसके बाद 7 अक्टूबर 2020 को उक्त रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की गई जिसमें आज तक 101 वन्यजीवों को रेस्क्यू किया जा चुका है । इस सेंटर में की जा रही मूक प्राणियों की सेवा को देखते हुए गत दिनों राजस्थान सरकार पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ आरुषि मलिक ने पूजा सिगड़ को सम्मानित भी किया था ।
         संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने बताया कि संस्था की स्थानीय शाखा की एक बड़ी टीम द्वारा मूक प्राणियों की सेवा बखूबी की जा रही है।  ग्रामश्रीबालाजी ,अलाय ,घोड़ारण,मुंडासर, जाखाणिया, छीला, सेवड़ी, बू करम सोता ,खारिया कालड़ी आदि गांव से घायल प्राणियों को स्थानीय लोगों द्वारा तुरंत पहुंचाया जाता है । संस्था उन सभी वन्यजीव प्रेमियों की आभारी है जिन के सहयोग से यह रेस्कयू सेंटर संचालित हो रहा है ।

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