- कोरोना के खिलाफ जन आंदोलन शुरू, पैदल मार्च निकाल कर लोगों को किया जागरुक
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री विश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नो मास्क नो एंट्री की पहल को आमजन के हित में एक जन आंदोलन में परिवर्तित करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आगाज किया गया हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से ली गई राय में भी यह स्पष्ट संदेश है कि मास्क है तो कोरोना के खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निरोगी राजस्थान का नारा दिया है जिसे हम सभी को साकार करना है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, पार्षदों एवं कोरोना वारियर्स को प्रतिदिन अपने वार्ड में भ्रमण कर गांधीवादी तरीके से समझाइश कर विनम्रता के साथ मास्क पहनने एवं कोरोना से बचाव के लिए एहतियाती उपाय अपनाने को जागरूक करने को कहा। उन्होंने कहा कि नो मास्क नो एंट्री की कड़ाई से पालना करने पर ही महामारी पर लगाम के साथ साथ मौसमी बीमारियों से भी बचाव हो सकेगा।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कोरोना वारियर्स को कोरोना महामारी के दौरान फेस मास्क पहनने तथा अपने परिवार, संबंधियों तथा मित्रों को भी मास्क के अधिकाधिक प्रयोग के लिए प्रेरित करने तथा स्वस्थ बाडमेर, स्वस्थ राजस्थान एवं स्वस्थ भारत के लिए मजबूत कड़ी के रूप में कार्य करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन का आगाज किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार वीडियो कांफ्रेसिंग, अन्य प्रचार प्रसार के माध्यमों से कोरोना के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जीवन अमूल्य है, यह हमे सोचना और समझना होगा। साथ ही आमजन के जीवन को बचाना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है तथा सरकार हर संभव प्रयासरत है।
जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि कोरोना एक भयावह बीमारी है जिसकी न तो दवा है और न ही वैक्सीन। उन्होंने कहा कि मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग एवं बार-बार हाथ धोते रहे यहीं कोरोना से बचाव है। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ गांधीजी की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलित कर तथा गांधीजी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्वरूप पंवार एवं बिहारी पंवार द्वारा कोरोना जागरूकता गीत जागो देश वासियों जागो रे....तथा गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तैने कहिए .... की प्रस्तुति दी गई।
लांबड़ा प्रकरण मामले में प्रभारी मंत्री से मिला प्रतिनिधि मंडल
लांबड़ा प्रकरण को लेकर वन एवं पर्यावरण मंत्री व बाड़मेर जिले के प्रभारी मंत्री सुखराम बिश्नोई को एकता मंच ने ज्ञापन सौंपा। मंच के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि सरकार भील आदिवासियों का उपहास कर रही है।
लांबड़ा गांव के भील आदिवासियों को गांव के दबंगों के इशारे पर गडरारोड के उपखंड अधिकारी व तहसीलदार ने सवा बीघा गोचरभूमि पर बसे भील आदिवासियों के घर उजाड़कर बेघर कर दिया जबकि लांबड़ा गांव के 43 ताकतवर लोग 36 बीघा गोचर भूमि में अतिक्रमण करके बैठे है।
उन्हें नहीं हटाया गया। धरने देने के बाद बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने दबंगों के अतिक्रमण चिह्नित करने के आदेश दिये थे, जिसमें भी पटवारी व राजस्व निरीक्षक ने हेराफेरी की है।एकता मंच ने जिला कलेक्टर विश्राम मीणा को बताया कि 23 और अतिक्रमण मौजूद है, जिसे पटवारी व राजस्व निरीक्षक ने जान बुझकर चिन्हित नहीं किया। फिर 14 अगस्त 2020 को 23 लोगों के फिर अतिक्रमण चिन्हित किए। उन्होंने प्रभारी मंत्री विश्नोई से आदिवासियों के साथ न्याय करने की मांग की।
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