l डोली कस्बे के खेतों में जोधपुर के बासनी और बोरानाडा की फैक्ट्रियों से आने वाले प्रदूषित पानी का सैलाब पिछले एक दशक से जोधपुर के बोरानाडा, सांगरिया एवं बासनी औद्योगिक क्षेत्र में संचालित इकाइयों से निस्तारित रासायनिक पानी सीधा जोजरी नदी में बहाया जा रहा है जो लूणावास, मेलबा, धवा होते हुए बाड़मेर जिले के सीमांत गावों एवं खेतों में तबाही मचा रहा है।
विगत दस वर्षों से अधिक समय से चली आ रही इस समस्या से निजात पाने का दूर-दूर तक कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। डोली में हाइवे के किनारे खेतों में फसलें पानी में डूबी पड़ी है, जो किसानों की बर्बादी की दास्तां बयां कर रही है। इस साल हुई अच्छी बारिश के बाद किसानों को अच्छे जमाने की उम्मीद जगी थी, लेकिन प्रदूषित पानी ने सैकड़ों बीघा खेतों में उगी हरी-भरी फसलों को तबाह कर दिया।
एक पखवाड़े से बह रहा रासायनिक पानी, प्रशासन गंभीर नहीं
भादो व सावन माह के अंत में अच्छी बरसात के बाद किसानों ने अच्छे जमाने को लेकर बुवाई की थी, लेकिन बरसात के साथ ही जोधपुर में संचालित इकाइयों का रासायनिक पानी खुले में बहाने से अब यह जिला सीमा के गांवों में प्रवेश कर गया है। करीब 15 दिन से प्रदूषित पानी का बहाव निर्बाध रुप से जारी है।
दशकों से चली आ रही इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार हाइवे पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन इसका स्थाई समाधान नहीं हो रहा है। कुछ वर्ष पूर्व तेज बरसात व इकाइयों से निस्तारित अधिक पानी के आने से हाइवे मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया था, इस पर प्रशासन ने कई दिनों के लिए यातायात डायवर्ट करवाकर समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
रासायनिक पानी से बिगड़ रहा पर्यावरण संतुलन
डोली क्षेत्र विश्नोई बाहुल्य इलाका होने की वजह से वन्य जीवों के स्वछंद विचरण के लिए सुरक्षित स्थान है। यहां के निवासी हिरणों की सुरक्षा के लिए हर समय तैयार खड़े नजर आते हैं, मगर इस पानी की वजह से निरीह वन्य प्राणी असमय काल का ग्रास बन रहे हैं।
डोली गांव का डेडिया तालाब प्रदूषित हो चूका है। पीएचइडी का कुआ भी लंबे समय से पानी में घिरा रहने के कारण जर्जर हालत में है। सरकार से हर स्तर पर गुहार लगाने के बाद भी इस समस्या के निवारण के कोई ठोस उपाय नहीं हो पाए हैं।
गंदे पानी के बहाव से खतरे में जोजरी का अस्तित्व
जोजरी नदी के बहाव क्षेत्र में निरंतर प्रदूषित पानी के बहाव के कारण जोजरी नदी गंदे पानी का दरिया बन गई है। इसके आस-पास स्थित कृषि कुओं का पानी खराब हो गया है। वहीं किसानों की फसलें भी खराब हो रही है। हर वर्ष बरसात के मौसम में किसानों के सामने यह दिक्कत पैदा हो जाती है, लेकिन अब तक जाेधपुर से निस्तारित प्रदूषित पानी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। साथ ही लगातार रासायनिक पानी के चलते जोजरी भी प्रदूषित हो गई है।
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