चार युवकों ने देखा हिरणों का जंग,बीच बचाव कर रही थी गाय तुरंत पहुंचे मौके पर,चिंकारा के बचाये प्राण

राजस्थान बिश्नोई समाचार श्रीबालाजी 20 सितंबर । गांव की सीमा में चार ब्राह्मण युवकों ने आज एक चिंकारा को अस्पताल पहुंचाया, प्राथमिक उपचार के बाद जंभेश्वर वन्यजीव उपचार केंद्र श्रीबालाजी में भर्ती कराया जिससे उसके प्राण बच गए । अब उसके स्वास्थ्य में सुधार है । गांव से बू करमसोता जाने वाली आम सड़क से चार युवक सुरेश, कैलाश ,रोहित व अनिल सांखी निवासी अगूणा बास अपने खेत जा रहे थे । अचानक उनकी नजर दो हिरणों की जंग पर पड़ी जिसमें लंबे लंबे सींग वाले दो चिंकारा हिरण आपस में जुट रहे थे । हिरणों की भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी की एक हिरण ने दूसरे के शरीर में आधा फुट तक एक सींग घुसा दिया । जगह जगह लहूलुहान कर दिया जिससे वह गंभीर घायल हो गया । हिरणों की जंग को देखकर वहां खेत में चरने वाली एक गाय भागकर उनके बीच में गई और घायल हिरण का बचाव करते हुए दूसरे हिरण को अपने सिंगो में उठाकर दूर फेंक दिया । ऐसा उसने तीन चार बार किया तब तक उक्त चारों  युवक इस दृश्य को देख रहे थे । अचानक सुरेश सांखी के दिमाग में आया कि जब वन्यजीव मूक प्राणी आपस में झगड़ रहे हैं और गाय माता उनको छुड़ाने का प्रयास कर रही है तो हमें भी मानव धर्म निभाते हुए इन प्राणियों के बचाव में हस्तक्षेप करना चाहिए । चारों युवक अपनी गाड़ी से उतर कर तेजी से भागे और घायल चिंकारा को कब्जे में लिया तथा दूसरे हिरण को वहां से भगा दिया ।उसके बाद गंभीर घायल हुए लहूलुहान अवस्था में एक चिंकारा को अपनी गाड़ी में चढा कर राजकीय पशु अस्पताल श्रीबालाजी लाए वहां तैनात श्रीमती आशा जाखड़ ने हिरण के घावों पर ड्रेसिंग की तथा इंजेक्शन लगाए । चिकित्सालय से उपचार करवाने के बाद उक्त घायल चिंकारा को सेवा के लिए सुरक्षित रखने हेतु श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था की शाखा श्रीबालाजी द्वारा संचालित जंभेश्वर वन्यजीव उपचार केंद्र पर लाए जहां संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने घायल हिरण को भर्ती करवाया । वहां मौजूद स्वस्थ हिरण शावकों का संग देखकर 2 घंटे बाद घायल हिरण सामान्य हो गया । चोटें व घाव ठीक होने में समय लगेगा मगर घायल हिरण के प्राण बच गए । संस्था के प्रदेश अध्यक्ष ने उक्त चारों युवकों को धन्यवाद देते हुए आभार जताया और जीव दया के प्रति प्रेरित किया भविष्य में मूक प्राणियों की सेवा करते रहने का भी आग्रह किया युवाओं ने उक्त केन्द्र को देखकर वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक सुकून मिलने की बात कही । 
      संस्था के शाखा अध्यक्ष एवं रेस्क्यू सेंटर के संयोजक जयकिशन धारणिया ने बताया कि उक्त संस्था द्वारा ग्राम श्रीबालाजी में हाईवे के पास नागौर रोड पर घायल वन्यजीवों के उपचार हेतु जन सहयोग से रेस्क्यू सेंटर स्थापित किया जा रहा है जिसका विधिवत उद्घाटन होना अभी बाकी है मगर सामान्य तैयारियां पूरी कर ली गई है । घायल हुए वन्यजीव एवं मूक प्राणियों की चिकित्सा सेवा करने की व्यवस्था की गई है । अनाथ वन्यजीवों का पालन पौषण भी किया जा रहा है । आस पास से बीस पच्चीस किलोमीटर तक के घायल वन्यजीवों के यथाशीघ्र ईलाज की सुंदर व्यवस्था जन सहयोग से की जा रही है ।

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