छापाकुंड मार्ग पर मृत मिले हिरण को पोस्ट मार्टम के लिए ले जाती टीम।- हरसूद के सोनखेड़ी में हिरण का शव व दमदमा के जंगल में मिला कंकाल
वन मंत्री के विधानसभा क्षेत्र हरसूद के सोनखेड़ी स्थित छापाकुंड कच्चे मार्ग पर मंगू बाई के खेत में रविवार सुबह मादा हिरण का शिकार किया गया। हिरण के सीने में 12 बोर के छर्रे फंसे हुए मिले। घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम को शरद बिश्नोई के खेत के पूर्व पड़ने वाली काकड़ पर शिकारी के पैरों के निशान मिले हैं। जिस जगह से गोली चली उससे करीब 400 मीटर तक जान बचाते हुए हिरण खेत की ओर भागा।
- हरसूद के सोनखेड़ी में हिरण का शव व दमदमा के जंगल में मिला कंकाल
बारिश का पानी जमा होने के कारण शिकारी ज्यादा दूर तक हिरण का पीछा नहीं कर पाया। शिकार रविवार सुबह 4 बजे के करीब हुआ। सुबह खेत में हिरण का शव देख ग्रामीणों ने वन विभाग छनेरा को सूचना दी। डीएफओ एमआर बघेल, एसडीओ केएस सोलंकी सहित अधिकारी सोनखेड़ी पहुंचे। पशु चिकित्सक डॉ. जगदंबा माणिक ने आशापुरा नर्सरी में पोस्टमार्टम किया। इस दौरान हिरण के शरीर से 12 बोर के 6 छर्रे निकाले गए। अज्ञात आरोपी के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया।
मानवता : गांव के लोगों ने किया अंतिम संस्कार
बिश्नोई बहुल क्षेत्र सोनखेड़ी में हिरण के शिकार की जानकारी मिलते ही बिश्नोई समाज के रमा शंकर पटेल, रवि बिश्नोई, मनीष बिश्नोई ,अरविंद बिश्नोई, अशोक पटेल व अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे। हिरण के शव पर कपड़ा ढांककर पुलिस व फॉरेस्ट को सूचना के बाद हिरण का पोस्टमार्टम हुआ। समाजजन ने अंतिम संस्कार किया।
और इधर... काले हिरण का कंकाल मिला
छनेरा के रेंजर एसएस चौहान व टीम आरोपी की तलाश कर रही थी। इस दौरान दमदमा रोड पर काले नर हिरण के कंकाल के अवशेष मिले। मनोज रामदास के खेत से अवशेष बरामद कर जांच के लिए रखे। कंकाल डेढ़ महीने पुराना बताया जा रहा है। रेंजर चौहान ने ग्रामीणों से कहा जंगल व आसपास संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो हमें सूचना तत्काल सूचित करें।
डूब प्रभावित क्षेत्र में रोज हो रहे वन्य प्राणियों के शिकार
नर्मदानगर, हरसूद क्षेत्र के जंगलों में वन्य प्राणियों के शिकार का यह पहला मामला नहीं है। यहां रोज शिकार हो रहे हैं। होशंगाबाद, हरदा, खिरकिया, इंदौर, खंडवा के तड़ीपार लोग डूब क्षेत्र में फरारी काटने के साथ ही पावर प्लांट व मछली के ठेके व अवैध शराब परिवहन कर रहे हैं। पार्टी करने के लिए वन्य प्राणियों का शिकार कभी भी किसी भी समय कर देते हैं। इनके अलावा पारदियों का गिरोह भी जंगल में सक्रिय हैं, जो तीतर-बटेर की आड़ में नील गाय, हिरण, जंगली सूअर का शिकार कर महंगे दामों पर बेच रहे हैं।
ग्रामीणों की मदद लेंगे
हिरण ही नहीं, वन्य प्राणी संरक्षण की दृष्टि से ऐसी घटना चिंता का विषय है। मामले की जांच की जा रही है। ग्रामीणों की भी मदद ली जाएगी। इसकी पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए अमले को अलर्ट किया जाएगा। -एमआर बघेल, डीएफओ
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