राजगढ़ (सादुलपुर) थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई के आत्महत्या प्रकरण (SHI Vishnudutt vishnoi suicide case) ने तूल पकड़ लिया है. विश्नोई द्वारा की गई आत्महत्या के बाद शेखावाटी में राजनीति गरमा (Politics heats up) गई है. धरने-प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है.
राठौड़ ने कहा घटना पुलिस व्यवस्था पर तमाचा
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने विडियो जारी कर मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. राठौड़ ने थानाधिकारी की आत्महत्या की घटना को पुलिस व्यवस्था पर तमाचा बताया है. राठौड़ ने कहा कि स्थानीय राजनेता उनके ट्रांसफर के लिये झूठी शिकायतें कर रहे थे. उन्होंने मांग की है कि जिन पुलिस अधिकारियों ने विश्नोई पर दवाब बनाया उनका चेहरा बेनकाब किया जाए. राठौड़ भी धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं.
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बेनीवाल बोले मामले की सीबीआई जांच हो
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट के जरिये सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह घटना सिस्टम पर बड़ा सवालिया निशान है. बेनीवाल ने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को देकर गृह विभाग इस पर व्क्तव्य जारी करे. विधायक बिहारी विश्नोई ने भी मामले की सीबीआई से जांच की मांग की है. बीकानेर के नोखा विधायक बिहारी विश्नोई ने कहा कि विष्णु दत्त जांबाज, दबंग और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी थे. अपराधी-पुलिस और राजनेता के नापाक गठजोड़ के कारण यह घटना हुई है.
वहीं पूर्व विधायक मनोज न्यांगली ने घटना को लेकर थाना परिसर में धरना प्रर्दशन शुरू कर दिया है. न्यांगली ने राजनीतिक दवाब में सुसाइड का आरोप लगाया है. पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां और जिप सदस्य भी धरने पर बैठ गए हैं. तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया ने भी घटना पर दुख जताते हुए इसे अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने भी प्रशासन से आत्महत्या मामले की निष्पक्ष जांच करने की उम्मीद जताई है.
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