बिश्नोई समाचार बाङमेर रेगिस्तान में गर्मियां जब अपना कहर बरसाती है तो हम मनुष्य जैसे तैसे अपने बचाव का जुगाड़ कर ही लेते हैं है इस समय सबसे ज्यादा तकलीफ होती है तो मूक और बेज़ुबान प्राणियों को
इन बेसहारा को सहारा देने का काम कर रहे हैं शोभाला दर्शान के युवा ।
इस शुभ काम को इसलिये शेयर कर रहें हैं ताकी और लोग प्रेरित हो।
लॉकडाउन की पालना करते हुए वेशाख के पावन महिने में गांव वालों की साहयता से आखा तीज से इन युवाओं ने कुछ धान व गुड़ इक्कठा कर सुबह 7 बजे से लापसी बनाकर गांव में सेकड़ो बेसहारा गायों को खिला रहे हैं अब यह लापसी का कार्यकर्म 15 दिवसीय कर अगली पूर्णिमा तक चला रहे हैं। लगातार बिना स्वार्थ के लापसी करना एक बहुत ही बड़े पूण्य का काम है और बिश्नोई धर्म के अनुसार बेसहारा प्राणियों की सेवा से बड़ा कोई पूण्य नहीं है। जो इस पुण्य का काम कर रहे हैं प्रकाश सियाक, रतनलाल सियाक, अशोक जाम्भाणी, मदन, भेरराम, प्रकाश पुनिया, बालाराम, अशोक जांगु, राजू बिश्नोई, रमेश, हनुमान, राजेन्द्र, दिनेश मानाराम और भी गांव के कई युवा कुछ दिन पहले गांव में बन्द पड़ी पानी की खेली की मरमत करवा कर उसे भी पानी से भर दिया गया
सभी धर्मप्रेमियों से यही आशा रखते हैं की विशेष कर गर्मी के मौसम में इन बेसहारा पशु पंछियों की चारे पानी की व्यवस्था करें ।
बिश्नोई समाचार
साभार-अशोक पुनिया शोभाला दर्शान
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