राजस्थान बिश्नोई समाचार भंवर लाल भादू बाड़मेर मीठड़ा खुर्द(धोरीमन्ना) ग्राम पंचायत के राजस्व गांव लाखोलाईनाडी सरहद मे जरख की मौत होने पर अब समूचा वन विभाग दोषी कर्मचारीयो पर अच्छा खासा मेहरबान दिखाई दे रहा है। घटना के चार दिन बीत जाने के बाद घटना को लेकर मौन है वन्यजीव प्रेमीयो द्वारा विभागीय जांच करवाने की मांग लगातार हो रही है।ज्ञात रहे कि चार दिन पूर्व लाखोलाईनाडी के पास करीब पांच घंटे रेंजर सहित कर्मचारीयो ने जरख को पकड़ने के लिए भीषण गर्मी मे खूब दौङाया।आखिर जरख बेहोश होकर गिरने पर रस्सी से बांधकर कपड़ा मुंह लपेटा गया।इसी वजह से जरख ने रेस्क्यू सेंटर पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।घटना को लेकर पूरा वन विभाग चुप है।वही अधिकारी पूरे मामले को दबाकर दोषी कर्मचारीयो को बचाने के प्रयास किये जा रहे है।वन्यजीव प्रेमियो द्वारा मामले की जांच कर दोषी कर्मचारीयो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है।
31 मई को रिटायर हो रहे है वन अधिकारी सोलंकी
जरख की मौत कैसे हुई इससे लेकर विभाग जांच को लेकर काफी लाचारी दिखा रहा है रेंजर हिराराम सोलंकी 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे है इसलिए पूरे मामले को दबाकर रफा-दफा किया जा रहा है।रेंजर सोलंकी का रिकॉर्ड अच्छा नही है।ड्यूटी मे लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड चल रहे है ओर मामला हाईकोर्ट मे स्टे होने पर लंबित है।लापरवाह रेंजर सहित दोषी कर्मचारीयो के खिलाफ सख्त कार्रवाई नही होने पर वन्यजीव प्रेमीयो ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
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