श्रीगंगानगर| गांव डेलवां के शिक्षाविद एवं जीआर ग्लोबल एकेडमी के निदेशक राजाराम बिश्नोई व उनके परिवार ने दहेज...
श्रीगंगानगर| गांव डेलवां के शिक्षाविद एवं जीआर ग्लोबल एकेडमी के निदेशक राजाराम बिश्नोई व उनके परिवार ने दहेज प्रथा के खिलाफ समाज के लिए मिसाल पेश की है। बिश्नोई परिवार के पौत्र मनोज पुत्र सुरेन्द्र बिश्नोई कि शादी में शगुन के तौर पर महज एक नारियल ही लिया। एक रुपया तक नगदी नहीं लिया और ना ही किसी तरह के कपड़े, सामान व कम्बल लिए। बिश्नोई परिवार के निकट सम्बन्धी इंजीनियर अंकित धारणियां ने बताया कि दूल्हा व दुल्हन के रिश्ते की रस्म करीबन 2 माह पहले हुई उस समय भी लड़की पक्ष की तरफ से ज्वारी नेकचार के आयी रकम भी वापस लौटा दी थी। राजाराम बिश्नोई का कहना है कि साक्षात लक्ष्मी रूपी बहु घर आ रही हैं तो दहेज की जरूरत ही नहीं हैं। मनोज का कहना है कि मेरी इच्छा थी कि समाज में यह संदेश जाए कि खर्चीली शादियां, दहेज की कुप्रथा का अंत करना है। मनोज बिश्नोई का विवाह गांव मेनावाली हाल पीलीबंगा निवासी इंद्रकुमार सीवर की पुत्री तमन्ना के साथ मंगलवार काे पीलीबंगा के गणपति पैलेस में हुआ। इस मौके पर बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामस्वरूप मांझू, सुभाष गोदारा, शकीला गोदारा, पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
एक टिप्पणी भेजें