जीवन में कभी भी माता-पिता, गुरु व भगवान को नहीं भूलना चाहिए : राजेंद्रनंद

सूरतगढ़| श्रीबिश्नोई सभा समिति की ओर से श्रीबिश्नोई मंदिर में चल रही हरिकथा का शनिवार को समापन हुआ। हरिद्वार के कथावाचक राजेंद्रनंद महाराज ने कहा कि गुरु जंभेश्वर भगवान ने 29 नियमों की आचार संहिता बनाई और इन नियमों पर चलने का आह्वान किया। इन नियमों में संपूर्ण मानव जाति के लिए संदेश दिया गया है कि पेड़-पौधे, पर्यावरण की रक्षा करो और नशे से दूर रहो। उन्होंने कहा कि क्षमा, दया, हृदय में धारणा करो व वन्यजीवों की रक्षा करो। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी माता-पिता, गुरु व भगवान को नहीं भूलना चाहिए। माता-पिता ने जन्म दिया, गुरु जिन्होंने अच्छे संस्कार दिए व परमात्मा जिन्होंने यह संस्कार रूपी चोला दिया है। इस दौरान कथा में पहुंचे सांसद निहालचंद मेघवाल, नगरपालिका अध्यक्ष ओम कालवा व पूर्व विधायक गंगाजल मील का महाराज ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। वहीं प्रशासनिक सेवा अधिकारी व विभिन्न संस्थाओं के अध्यक्षों का भी सम्मानित किया। पूर्व विधायक गंगाजल मील ने कहा कि शहर में अमृता देवी नाम से पार्क बनाया जाएगा।

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