तालछापर कृष्ण मृृृग अभयारण्य परिसर मंे बुधवार मध्य रात्रि को एक वनकर्मी द्वारा मांस पकाने के मामले ने गुरुवार को तूल पकड़ लिया है। घटना को लेकर अखिल भारतीय विश्नोई महासभा का एक दल अभयारण्य पहुंचा और अभयारण्य के वन स्टाफ के साथ विभाग के उच्चाधिकारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए पूरे स्टाफ को निलंबित करने की मांग की और परिसर मंे प्रदर्शन किया। घटना को लेकर बुधवार मध्य रात्रि को एक वनकर्मी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9/51 मंे छापर थाने मंे मामला भी दर्ज हुआ। पुलिस के मुताबिक विष्णुधाम सूरवास के महंत व जीव रक्षा संस्था से जुड़े स्वामी रघुवरदयाल ने रिपोर्ट दी कि बुधवार मध्यरात्रि को उन्हेंे सूचना मिली कि अभयारण्य परिसर मंे मांस पार्टी हो रही है। वे अपने साथी धर्माराम को लेकर मौके पर पहुंचे तो केटल गार्ड भैराराम नायक को हिरण का मांस पकाते हुए पकड़ लिया। उधर, मांस पकाने की सूचना मिलते ही गुरुवार तड़के सुजानगढ़ एसडीएम रतनलाल स्वामी, एएसपी सीताराम माहिच व डीएसपी नरेंद्र कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। उधर, संभागीय मुख्य वन संरक्षक महेंद्रकुमार अग्रवाल, वन संरक्षक जयप्रकाश, उपवन संरक्षक बीएल शर्मा भी मौके पर पहुंचे और पके हए मांस का पशु िचकित्सक दल से परीक्षण करवाया। चिकित्सकों ने पके हुए मांस के सैंपल एफएसएल जांच के लिए भिजवा दिए। अभयारण्य परिसर मंे मांस पकाने की सूचना मिलते ही अखिल भारतीय विश्नोई महासभा व जीव रक्षा संस्था बीकानेर के पदाधिकारी अभयारण्य पहुंचे और दिनभर डेरा डाले रखा। इस दौरान उन्होंने वन विभाग मंे विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों व कार्मिकों को भ्रष्ट व वन्य जीव विरोधी बताते हुए अभयारण्य परिसर मंे नारेबाजी की। उन्होंने पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। शाम को संभागीय मुख्य वन संरक्षक एमके अग्रवाल अभयारण्य से बाहर निकलने लगे तो विश्नोई महासभा के सदस्य उनकी गाड़ी के आगे बैठ गए और मांस पार्टी मंे शामिल वनकर्मियों का निलंबन न होने तक उन्हें बाहर नहीं निकलने देने की बात कही। इस दौरान अग्रवाल गाड़ी से नीचे आए व वार्ता का प्रयास किया तो महासभा के सदस्य आक्रोशित हो गए। मौके पर बढ़ते आक्रोश को देखते हुए अन्य वन अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। महासभा के सचिव मुकाम के हनुमानाराम दिलोईया, पूनमचंद लोहमरोड़, स्वामी रघुवर दयाल, जीव रक्षा संस्था बीकानेर अध्यक्ष मोखराम धारिणया, हनुमानगढ़ के भूपराम विश्नोई, बीकानेर के मोतीराम, नोखा के प्रदीप कुमार व रावला बीकानेर के रामचन्द्र पूनिया सहित कई सदस्यों ने अधिकारियों से कहा कि वन्य जीवों की रक्षा के लिए वे प्राणों की आहुति दे देंगे, लेकिन उनकी हत्या कर उनके मांस का सेवन करने वालो को वे कतई नहीं छोड़ेंगे। इस दौरान छापर पुलिस भी मौके पर पहुंची तथा दोनों पक्षों मंे बढ़ते आक्रोश को शांत किया।
विश्नोई महासभा ने की वनमंत्री व प्रधान मुख्य वन संरक्षक से वनकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
अखिल भारतीय विश्नोई महासभा मुकाम, नोखा व बीकानेर के महासचिव िवनोद धारणिया ने राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम िवश्नोई के अलावा प्रधान मुख्य वन संरक्षक जीवी रेडडी को ज्ञापन देकर दोषियों को िनलंबित करने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि 26 फरवरी की रात मुख्य सर्किट हाउस के एक पार्ट मंे वन्य जीवों की मांस पार्टी चल रही थी। इसकी सूचना पर जीव रक्षा संस्था के स्वामी रघुवरदयाल महाराज मौके पर पहुंचे तो वन विभाग का बेलदार भैराराम अभयारण्य मंे मांस पका रहा था। एक अन्य कर्मचारी करणीसिंह का पुत्र दातारसिंह उन्हें देख कर पकते मांस का कुकर लेकर भाग गया। मांस से भरा एक टोपिया मौके पर ही रह गया। उन्होंने कहा कि सर्किट हाउस मंे नीमकाथाना वनपाल रविसिंह, बीकानेर वन मंडल का वनपाल विक्रमसिंह, कोलायत वन मंडल रेंज का वनपाल किशोर सिंह व अभयारण्य वर्क इंचार्ज करणीसिंह नामक व्यक्ति ठहरे हुए थे। उनकी आवभगत वनपाल योगेंद्रसिंह कर रहा था। ज्ञापन मंे उल्लेख किया गया कि अभयारण्य के सर्किट हाउस मंे कुछ कार्मिक अवैैैैध रूप से मांस पार्टी के लिए अपने परिचितों को बुलाते हैं। महासभा के पदाधिकारियांे ने मांस पार्टी मंे शामिल कर्मचारियों को बर्खास्त करने, अभयारण्य परिसर मंे सीसीटीवी कैमरे लगवाने, वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए बड़े स्तर पर चौकी स्थापित करने और अभयारण्य के दोषी स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
विश्नोई महासभा ने की वनमंत्री व प्रधान मुख्य वन संरक्षक से वनकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
अखिल भारतीय विश्नोई महासभा मुकाम, नोखा व बीकानेर के महासचिव िवनोद धारणिया ने राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम िवश्नोई के अलावा प्रधान मुख्य वन संरक्षक जीवी रेडडी को ज्ञापन देकर दोषियों को िनलंबित करने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि 26 फरवरी की रात मुख्य सर्किट हाउस के एक पार्ट मंे वन्य जीवों की मांस पार्टी चल रही थी। इसकी सूचना पर जीव रक्षा संस्था के स्वामी रघुवरदयाल महाराज मौके पर पहुंचे तो वन विभाग का बेलदार भैराराम अभयारण्य मंे मांस पका रहा था। एक अन्य कर्मचारी करणीसिंह का पुत्र दातारसिंह उन्हें देख कर पकते मांस का कुकर लेकर भाग गया। मांस से भरा एक टोपिया मौके पर ही रह गया। उन्होंने कहा कि सर्किट हाउस मंे नीमकाथाना वनपाल रविसिंह, बीकानेर वन मंडल का वनपाल विक्रमसिंह, कोलायत वन मंडल रेंज का वनपाल किशोर सिंह व अभयारण्य वर्क इंचार्ज करणीसिंह नामक व्यक्ति ठहरे हुए थे। उनकी आवभगत वनपाल योगेंद्रसिंह कर रहा था। ज्ञापन मंे उल्लेख किया गया कि अभयारण्य के सर्किट हाउस मंे कुछ कार्मिक अवैैैैध रूप से मांस पार्टी के लिए अपने परिचितों को बुलाते हैं। महासभा के पदाधिकारियांे ने मांस पार्टी मंे शामिल कर्मचारियों को बर्खास्त करने, अभयारण्य परिसर मंे सीसीटीवी कैमरे लगवाने, वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए बड़े स्तर पर चौकी स्थापित करने और अभयारण्य के दोषी स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
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