पर्यावरण रक्षा का संदेश, मैराथन दौड़ हुई, 88 लोगों ने किया रक्तदान, आज समाज हित पर होगा मंथन

मुकाम फाल्गुन मेला की पूर्व संध्या पर भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए बिश्नोई समाज के लाखों श्रद्धालुओं ने श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान की समाधि के दर्शन किए। हवन में घी-खोपरों की आहुतियां देकर समृद्धि की कामना की। इस दाैरान पर्यावरण बचाने का संदेश देने के लिए मुकाम से समराथल व समराथल से मुकाम तक 21 किमी की मैराथन दौड़ लगाई गई। दौड़ में मेले में पहुंचे देशभर के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।


अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने आह्वान किया कि जाम्भोजी के सिद्धांतों पर चलते हुए हमें नशा मुक्त, राजस्थान बनाना है। मैराथन द्वारा हम पर्यावरण व प्रकृति बचाने का संदेश मानव समाज को देना चाहते हैं। आचार्य स्वामी रामानंद जी ने युवाओं से आह्वान किया कि नशे से दूर रहकर स्वच्छ जीवन जिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष हीराराम भंवाल ने कहा कि निरोगी जीवन के लिए मैराथन आवश्यक है।

वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई ने सभी युवाओं को शिक्षा संस्कार, स्वच्छता, स्वस्थ रहने के लिए नशों से दूर रहने एवं संस्कारित समाज के निर्माण का आह्वान किया। नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने युवा राजस्थान बनाने में आगे आए शिक्षा के क्षेत्र में खेलों के माध्यम से आगे बढ़े। हासी विधायक रेणुका बिश्नोई ने छात्राओं से भी समाज के लिए आगे आने की अपील की। मैराथन में चक विजयसिंहपुरा बीकानेर के श्रवण कुमार बेनीवाल प्रथम, राज कुमार द्वितीय व बीरदाराम बिश्नोई तृतीय रहे। इस दौरान मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद जी, रामस्वरूप मांझू, हुक्माराम खीचड़, कृष्णलाल कड़वासरा, विनोद धारणिया, रामस्वरूप धारणिया, अमरचंद दिलोइया, मनोहरलाल कड़वासरा, रूपाराम कालीराणा आदि उपस्थित थे। इस दौरान रक्तदान शिविर भी लगाया गया। महासभा के महासचिव विनोद धारणिया ने बताया कि शिविर में 88 व्यक्तियों ने रक्तदान किया।

यज्ञ व खुला अधिवेशन आज

रविवार को सुबह हवन व यज्ञ का आयोजन होगा। इसके बाद बिश्नोई समाज का खुला अधिवेशन होगा, जिसमें समाज हित पर चर्चा होगी।

मुकाम से समराथल के लिए हुई मैराथन में शामिल हजारों श्रद्धालु।

पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते बिश्नोई महासभा के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि व संत समाज।

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