भारत में धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्र के अनुसार सांस्कृतिक विभिन्नताएं मिलती हैं। हर धर्म, हर क्षेत्र में कुछ खास त्यौहार प्रचलित होते हैं। इन्हीं त्यौहारों के जरिये उस धर्म या उस क्षेत्र की संस्कृति को समझ सकते हैं। दिवाली, ईद, क्रिसमस आदि त्यौहार उदाहरण के रूप में लिये जा सकते हैं। लेकिन इन बड़े त्यौहारों के अलावा भी कुछ विशेष दिन होते हैं जिन्हें अपनी-अपनी धार्मिक सांस्कृतिक मान्यताओं द्वारा सौभाग्यशाली माना जाता है। हिंदूओं में लगभग वर्ष के हर मास में कोई न कोई व्रत व त्यौहार अवश्य मिलता है। चाहे वह दिन यानि वार विशेष का उपवास हो या फिर तिथि विशेष का। हर व्रत त्यौहार के पिछे मानव कल्याण के संदेश देती पौराणिक कथाएं भी होती है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि एक ऐसी ही तिथि है जिसे बहुत ही सौभाग्यशाली माना जाता है।
अक्षय तृतीया से जुड़ी मान्यताएं
इस तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। अक्षय तृतीया के पिछे बहुत सारी मान्यताएं, बहुत सारी कहानियां भी जुड़ी हैं। इसे भगवान परशुराम जयंती के जन्मदिन यानि परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम के अलावा विष्णु के अवतार नर व नारायण के अवतरित होने की मान्यता भी इसी दिन से जुड़ी है। यह भी मान्यता है कि त्रेता युग का आरंभ इसी तिथि से हुआ था।
मान्यता के अनुसार इस तिथि को उपवास रखने, स्नान दान करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। यानि व्रती को कभी भी किसी चीज़ का अभाव नहीं होता, उसके भंडार हमेशा भरे रहते हैं। चूंकि इस व्रत का फल कभी कम न होने वाला, न घटने वाला, कभी नष्ट न होने वाला होता है इसलिये इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है।
अक्षय तृतीया सर्वसिद्ध अबूझ मुहूर्त तिथि
मांगलिक कार्यों के लिये इस तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है। एक और जहां मांगलिक कार्यों को करने के लिये अक्षर शुभ घड़ी व शुभ मुहूर्त जानने के लिये पंडित जी से सलाह लेनी पड़ती है वहीं अक्षय तृतीया एक ऐसी सर्वसिद्धि देने वाली तिथि मानी जाती है जिसमें किसी भी मुहूर्त को दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इस तिथि को अबूझ मुहूर्तों में शामिल किया जाता है। इस दिन सोना खरीदने की परंपरा भी है। मान्यता है कि ऐसा करने से समृद्धि आती है। मान्यता यह भी है कि अपनी नेक कमाई में से कुछ न कुछ दान इस दिन जरुर करना चाहिये।
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अक्षय तृतीया पर्व तिथि व मुहूर्त 2020
अक्षय तृतीया 2020
26 अप्रैल
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त – 05:48 से 12:19
सोना खरीदने का शुभ समय - 05:48 से 13:22
तृतीया तिथि प्रारंभ – 11:51 (25 अप्रैल 2020)
तृतीया तिथि समाप्ति – 13:22 (26 अप्रैल 2020)
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