राजस्थान बिश्नोई समाचार राकेश जांगु श्रीगंगानगर में तीन दिवसीय बिश्नोई मंदिर श्री गुरु जम्भवाणी जन जागृति मंच एवं बिश्नोई महासभा श्रीगंगानगर के सयुंक्त तत्वाधान में सबदवाणी एवं पर्यावरण संरक्षण पर संगोष्ठी आयोजित की गयी । कार्यक्रम की अध्यक्षता बिश्नोई मंदिर श्रीगंगानगर प्रधान शिव प्रकाश सहारण ने की । संत बुद्धराम जी लौहमरोड़ ने कहा कि संत की पहचान संतोष एवं शीलता है । पीपुल्स फॉर नैचर संस्था नागौर के आचार्य धर्मेश ने कहा कि पेड़ो को अपने पुत्रों की तरह पालना चाहिए ताकि वो आने वाले समय में हमें अनेक लाभ देने को तैयार हो सके । धर्म प्रचारक दलीप सिंवर ने कहा कि गुरु महाराज की वाणी के अनुसार हमे बहुदेववाद के स्थान पर निर्गुण , निराकार विष्णु की उपासना करनी चाहिए । "सिर सांठे रूंख रहे, तो भी सस्तो जाण" सबद की व्याख्या करते हुए बताया कि जाम्भो जी ने कहा कि प्रकृति की रक्षा के लिए अपना जीवन का बलिदान कर देना चाहिए । संगोष्ठी में रायसिंहनगर से विनोद ज्याणी ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए श्रीगुरु जाम्भोजी की सबदवाणी के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार एवं पर्यावरण व जीवों के संरक्षण पर जोर देने की बात कही । हनुमानगढ़ से भंवरलाल सियोल ने समाज में व्याप्त पाखण्ड , कुरीतियो , अंधविस्वास को त्यागने तथा वैज्ञानिक शिक्षा अपनाने की बात कहीं । सादुलशहर से बिश्नोई धर्म प्रचारक रामकुमार लटियाल ने कहा कि धर्म प्रचारकों को सबदवाणी के हिसाब से जागरण लगाने चाहिए व समाज के लोगों को इस बारे में अधिकाधिक जागरूक कर इसका अर्थ समझावें । खाजूवाला से आये हुए रामचरण जी गुर्जर ने कहा कि हम सभी को सबदवाणी का अनुसरण करते हुए इस में लिखी बातों को अपने दैनिक जीवन में लागू करनी चाहिए । चक गणेशवाला से कुमारी शोभा सिंवर ने कहा कि जाम्भो जी ने जो सबद कहे है वो आज के विज्ञान के अनुसार खरे साबित हुए है । आज इस अवसर पर विभिन सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की गयी व सामाजिक कुरीतियों को त्यागने और नशे से दूर रहने का संकल्प लिया गया । सगोष्ठी के पश्चात मंदिर परिसर में लगाये हुए पेड़ पौधों को पानी दिया व उनकी सार सम्भाल की गयी । नागौर से धर्म प्रचारक श्याम सिंवर ने आरती व साखी का गायन किया । सगोष्ठी एवं पर्यावरण सम्मेलन में सादुलशहर से महासभा प्रतिनिधि पुनम सांवक , बीकानेर से जम्भवाणी साहित्यक अकादमी के उपाध्यक्ष कृष्ण लाल देहडू , नागौर से महावीर जी पत्रकार , पीलीबंगा से साहबराम पुनियां , पन्नीवाला ( पंजाब ) से रामगोपाल तरड़ , अश्वनी तरड़ , डाबला बिश्नोई मंदिर से ताराचंद , बाड़मेर से बंसीलाल जी ढाका , फलौदी से ओम प्रकाश ज्याणी व सैकड़ो की संख्या में पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे । स्थानीय पर्यावरण प्रेमी संत कुमार जी पंवार , पूर्ण तरड़ , हंसराज थोरी , राधेश्याम सांवक , रामकुमार सहारण , संजय , रविंद्र , सुशील , रामकृष्ण , प्रदीप , विनोद इत्यादि उपस्थित थे । मंच संचालन राजाराम थालोड ने किया । अन्तः में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा प्रधान सुभाष जी कड़वासरा ने आए हुए सभी आगन्तुकों का धन्यवाद किया गया ।
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