10वीं के छात्र रविन्द्र बिश्नोई ने सेना के लिए बनाया वायरलैस रोबोट

राजस्थान बिश्नोई समाचार जैसलमेर आए दिन सुनने को मिलता है कि आतंकवादियों ने सीमा में घुसकर सेना बीएसएफ के जवानों पर हमला कर दिया। इस तरह के समाचारों से व्यथित होकर 10वीं के छात्र रविन्द्र विश्नोई ने जवानों की रक्षा के लिए वायरलैस रोबोट बनाया है। उसका मकसद है कि सीमा पर तैनात जवानों पर आतंकवादी हमले हो और वे सुरक्षित रहे।


रविन्द्र ने बताया कि उसके पिता भी पहले बीएसएफ में काम करते थे और वर्तमान में आईबी में है। उसका यह आइडिया टीवी में न्यूज देखकर आया जिसमें बता रहे थे कि भारतीय सेना के कुछ जवान बंकर में आतंकवादियों के हमले से शहीद हो गए। 

रविन्द्र ने सोचा कि क्यों एक ऐसा वायरलैस डिवाइस हो जो सीमा पर निगरानी रखे और सीमा पार से घुसने वाले आतंकवादियों को कैमरे में दिखा सके। 

434मेगाहर्टज फ्रिक्वेंसी, 200 मीटर से ज्यादा रेंज : रविन्द्रने बताया कि यह रोबोट रेडियो फ्रिक्वेंसी के सिद्धांत पर कार्य करता है। इस रोबोट में 12 वोल्ट की मोटर लगी है और रोबोट पर एक ट्रांसमीटर सर्किट लगा है इसमें दो माइक्रो कंट्रोलर लगे हुए हैं। इसकी रेंज 200 मीटर है और इसे 300 से 400 मीटर तक बढ़ाया जा सकता है। रविन्द्र ने बताया कि इस रोबोट को बनाने में 5 हजार से ज्यादा खर्च नहीं आएगा। 

पथरीलीजमीन रेत पर चल सकता है : रविन्द्रने बताया कि इस रोबोट को खास तरीके से डिजाइन किया गया है, ताकि बार्डर पर यह पथरीली रेतीली जमीन पर चल सकता है। यह 360 डिग्री पर घूम सकता है। इस पर रोबोटिक हैंड लगेगा जो रास्ते में आने वाले चीजों को हटाने के साथ साथ कैमरे को चारों दिशाओं में घुमाएगा। 

व्यथितथा, इसलिए बनाया : रविन्द्रनासा में जाना चाहता है। उसने बताया कि वह सेना पर होने वाले हमलों से दुखी था। इसलिए यह रोबोट बनाया है और जल्द इसका आधुनिक वर्जन बनाने का प्रयास करेगा। 

रविन्द्र का कहना है कि इस तरह के रोबोट सीमा पर निगरानी करे और सीमा पर होने वाली गतिविधियों को बंकरों में बैठे हमारे जवानों को दिखाता रहे नया प्रयोग।

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