राजस्थान बिश्नोई समाचार मांगीलाल जाणी सांचौर निकटवर्ती क्षेत्र के गुरू जम्भेश्वर मंदिर चिमड़वास व करावड़ी में शरद पूर्णिमा को लेकर खीर महोत्सव का आयोजन चिमड़ावास में महत्त स्वामी संत अमरदासजी महाराज व करावाड़ी मे करावड़ी मंहत कृपाचार्यजी महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। वहीं खीर महोत्सव से पूर्व रात्री जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें कलाकारों ने एक से एक बढ़कर गुरू जम्भेश्वर के भजनों की प्रस्तुती दी। वहीं मध्यरात्री को सैकड़ों लीटर दुध की खीर बनाई गई जो प्रान्त: बड़ी सख्ंया में पहूंचे भक्तों को पीलाई। वहीं ईस दौरान करावड़ी महत कृपाचार्यजी महाराज ने कहा कि शरद पूर्णिमा की रात स्वास्थय व सकारात्मक देने वाली मानी जाती है, इस रात खीर बनाकर उसमें चन्द्रमा की किरणों को रखा जाता है, जिससे मनुष्य के शरीर में से हर प्रकार के रोंगो से मुक्ति होती है। वहीं ईस दौरान खीर महोत्सव को लेकर दोनों मंदिरों मेें बड़ी संख्या में भक्तगण खीर पिने के लिए पहूंचे जो दिन के 12 बजे तक खीर पिलाई गई। वहीं ईस अवसर पर संत शातीरामजी महाराज, करावड़ी पूर्व सरपंच हरिराम सियाक, कालूराम गोदारा, मोटाराम सारण, भाकचन्द साहू, नाथाराम गोदारा, आसुराम साहू सहित बड़ी संख्या में भक्त जन मौजूद थे
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