राजस्थान बिश्नोई समाचार राकेश जाणी हनुमानगढ़ बुधवार शाम को जैसे सभी सुहागिन महिलाओं की निगाहें आसमान में चांद को निहार रहीं थीं। रात को जैसे ही चांद के दीदार हुए सुहागिनों के साथ-साथ उनके पति के चेहरे भी खिल उठे। पति-पत्नी ने एक साथ चांद का दीदार किया और पूरे दिन का निर्जल व्रत खोला।
रात नौ बजकर तीन मिनट पर आसमान में चमका चांद जैसे ही चांद दिखा लोगों ने खूब पटाखें छोड़े। चांद को अर्घ दिया और सजना ने अपने हाथ से सजनी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया। इस दौरान सभी छतों पर महिलाएं एक साथ दिखाई दीं। इससे पूर्व दिन भर सुहागिनों ने अपने सजना की दीर्घायु की कामना को रखे जाने वाले करवा चौथ के व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखा। इससे पहले सुहागिन महिलाओं ने मंदिरों में जाकर व्रत की कहानी सुनी। व्रत रखा और दिन में करवा चौथ से जुड़ी कहानियां मंदिरों एक दूसरे के घरों में जाकर सुनीं। दुर्गा कॉलोनी में स्थित एक निवास पर महिलाओं ने लड्डू गोपाल की पूजा की। वहीं वार्ड 45 सुरेशिया निवासी शुभ्रा बिश्नोई पहली करवाचौथ पर काफी उत्साहित थीं। उनका कहना है कि सास माता के साथ करवा चौथ का शादी के बाद पहला व्रत रखा। शाम को सभी ने एक साथ पूजा-अर्चना की और पति विपिन बिश्नोई ने चांद दिखने के बाद पत्नी को जल पिलाकर उसका व्रत पूरा कराया।
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