राजस्थान बिश्नोई समाचार जोधपुर पीलवा कस्बे शहीद हुए बीरबलराम खीचड़ 20 अक्टूबर,1994 में कश्मीर में आंतरिक ड्यूटी में तैनात थे। रास्ते में कुछ आतंकवादियों ने एंबुश लगा दी थी जब मुठभेड़ खत्म हुई तब पता चला कि बीरबलराम घायल हो गए। उसको नजदीकी लगे कैंप में ले गए थे। वहां से सीमा सुरक्षा बल के मेडिकल ने कहा कि वे शहीद हो गए। बीएसएफ इंस्पेक्टर शिवराज उदय ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के शहीद आरक्षक बीरबलराम विश्नोई निवासी सदरी टाका ने श्री हरीसिंह राआउमावि में शिक्षा प्राप्त की थी। इसलिए उक्त शहीद की वीरता की कहानी,फोटो 18 अक्टूबर को सीमा सुरक्षा बल द्वारा कार्यक्रम आयोजन कर स्कूल में स्थापित की गई। इस दौरान पीलवा सरपंच कीर्ति कंवर,रावत सरपंच शिवदत्तसिंह राठौड़,पूर्व पंचायत सदस्य विश्वनाथसिंह,दिनेश पनपालिया,प्रधानाचार्य कैलाशचंद्र मीणा,जेताराम जगवाणी,उदयसिंह,नारायणसिंह,अध्यापिका सुहा विश्नोई,शहीद की पत्नी रमकुदेवी,शहीद का बेटा लूणकरण विश्नोई आदि मौजूद थे।
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