राजस्थान बिश्नोई समाचार बीकानेर आम्बासरकी रोही में शिकारियों ने दो हिरनों को मारा और उसे अपनी ढाणी में ले जाकर पकाने लगे। देशनोक थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और चार शिकारियों को दबोच लिया। मौके से पका हुआ मांस, अवशेष और हथियार बरामद हुए हैं।
एसएचओ सुरेन्द्र प्रजापत ने बताया कि कि आम्बासर गांव की रोही में हिरन शिकार और मीट पकाने की इत्तला मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां चूल्हे पर मांस पकाया जा रहा था। पुलिस को देखकर अभियुक्त भागने लगे। पुलिसकर्मियों ने जेठूसिंह, बाबूलाल मेघवाल, जगदीश मेघवाल विजयिसंह को दबोच लिया। अन्य मुल्जिम मौके से फरार हो गए। पुलिस को मौके से पतीले में पका हुआ हिरन का मांस, वहां बिखरे हिरन के अवशेष, बर्तन, कुल्हाड़ी, छुरा कच्चा मांस बरामद हुआ है।
इसके अलावा पुलिस ने एक टैक्सी और बाइक भी जब्त की है। पुलिस ने देशनोक वेटरनरी अस्पताल में मृत हिरनों का पोस्टमार्टम करवाया। चारों अभियुक्तों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। हिरनों के मांस, खाल अन्य अवशेषों की एफएसएल से जांच करवाई जाएगी। हिरन शिकार की जानकारी मिलने पर जीव रक्षा संस्था के मोखराम बिश्नोई, नोखा तहसील अध्यक्ष महिराम दिलोहिया अन्य कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और रोष जताया। हिरन शिकारियों को पकड़ने वाली टीम में एएसआई रघुवीरसिंह, हेड कांस्टेबल रामदेव, श्यामसुन्दर, कमलसिंह, रामनिवास, हेमाराम, रामावतार, जीतराम प्रीतम शामिल थे।
दारूपार्टी कर रहे थे अभियुक्त : आम्बासरकी रोही में हिरनों का शिकार करने के बाद अभियुक्त दारू पार्टी कर रहे थे। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां से भागने लगे। पुलिस को मौके से देशी शराब के पव्वे और बीयर की बोतलें बरामद हुई हैं।
पुलिस के हाथ लगे हिरन शिकारी और बरामद हुआ मांस अवशेष।
हिरनों का शिकार कैसे किया, स्पष्ट नहीं
पुलिसने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर हिरनों का मांस, अवशेष, हथियार तो बरामद कर लिए, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ कि हिरनों का शिकार कैसे किया गया था। अभियुक्त बता रहे हैं कि कुत्ते पीछे लगाकर हिरन मारे गए। पुलिस इस पर पूरी तरह विश्वास नहीं कर रही है।
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