खेजड़ली बलिदान की सत्य घटना पर आधारित हिंदी नाटक ‘महाबलिदान’ का आयोजन हुआ

हरियाणा बिश्नोई समाचार हिसार जीजेयू में खेजड़ली बलिदान की सत्य घटना पर आधारित हिंदी नाटक ‘महाबलिदान’ का आयोजन हुआ। तीन दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार से गुरु जंभेश्वर भगवान के 566वें जन्मदिन के उपलक्ष्य पर गुरु जंभेश्वर जी महाराज जन्मोत्सव एवं जन्माष्टमी महोत्सव शुरू हुआ। 

आज विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा तथा 25 अगस्त को गुरु जंभेश्वर महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान में हवन यज्ञ किया जाएगा। विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में हुए इस महोत्सव का उद्घाटन कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने किया। अध्यक्षता डाॅ. किशना राम ने की। प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा खेजड़ली बलिदान की घटना पर्यावरण संरक्षण के लिए अब तक के इतिहास में सबसे बड़ी घटना है। 

जीजेयू में महाबलिदान नाटक के मंचन के दौरान अभिनय करते हुए कलाकार। 

पेड़ों के लिए जीवन का बलिदान देेने की घटना को देख दर्शक भाव-विभोर हो गए। इस अवसर पर भक्ति गीतों पर आधारित लोकनृत्य भी प्रस्तुत किया गया। धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. वीके बिश्नोई ने प्रस्तुत किया। बिश्नोई सभा जिला प्रधान प्रदीप बेनीवाल ने कहा कि सभा हिन्दी नाटक ‘महाबलिदान’ की टीम को सम्मानित करेगी। अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा ने नाटक का मंचन खेजड़ली में करवाने की घोषणा की है। 

नाटक के निर्देशक जन संपर्क अधिकारी बिजेंद्र दहिया ने बताया कि 1973 में जोधपुर रियासत के गांव खेजड़ली में गुरु जंभेश्वर भगवान के 363 अनुयायियों ने पेड़ों को बचाने के लिए अपनी जान दे दी थी। इसी घटना को आधार बनाकर हिंदी नाटक ‘महाबलिदान’ का मंचन किया गया। दहिया ने बताया कि इस नाटक के माध्यम से पेड़ों के महत्व को समझने का प्रयास किया गया है। 

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