सांचौर (जालौर)। राजस्थान बिश्नोई समाचार ओमप्रकाश बिश्नोई जालौर जिले में शिकारियों ने एक हिरण का शिकार कर लिया। शिकारी ने कुल्हाड़ी का वार कर हिरण की जान ले ली। हिरण के तड़पने की आवाज पर पास के खेत में मौजूद किसान वहां आया। उसे देख कर शिकारी भाग गए। तब वहां तेज बरसात हो रही थी। रातभर वाट्सएप और फोन से आस-पास के गांवों में सूचित किया गया और सुबह तक विश्नोई समाज के करीब डेढ़ हजार लोग वहां जमा हो गए। उल्लेखनीय है कि विश्नोई समाज के लोग हिरण से काफी लगाव रखते हैं।
- जालौर के खारा गांव में शनिवार रात को शिकारी हिरण के शिकार के लिए घात लगाए हुए थे।
- तब वहां तेज बरसात हो रही थी।
- शिकारियों ने सुथारो की ढाणी के खेतों में लोहे के तारों का बना एक बाड़ लगा रखा था।
- इस बाड़ में एक गली होती है। हिरण बाड़ में फंसते ही उस गली से निकलने का प्रयास करता है।
- इस सब में फंदा गले पर कसते ही वह फंस जाता है।
- ऐसे ही रात को हिरण जाल में फंस गया।
- पास खड़े शिकारियों ने उस पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। इस पर हिरण की आवाज दूर तक सुनाई दी।
- पास के बाजरे के खेत में किसान था। वह दौड़ता हुआ वहां आया।
- किसान जोर से चिल्लाता हुआ वहां आया।
- इस पर शिकारी वहां से भाग गए। किसान ने हिरण को जाल से निकाला, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था।
- कुछ और ग्रामीण वहां अा गए। ग्रामीणों ने वन विभाग व पुलिस को सूचित किया।
- तेज बरसात के कारण अधिकारी वहां सुबह होने पर पहुंचे।
रातभर ग्रामीण हिरण के शव के पास ही रहे
- हिरण का शिकार रात को हुआ था। कुछ ग्रामीण वहां रात भर जुटे रहे।
- वहीं वन विभाग के अधिकारी वहां सुबह पहुंचे।
ग्रामीणों ने की नारेबाजी, रुकवाया पोस्टमार्टम
- आस-पास के गांवों में वहां सुबह तक वाट्सएप और फोन से हिरण के शिकार की खबर फैल गई।
- सुबह तक वहां विश्नोई समाज के करीब डेढ़ हजार लोग जमा हो गए।
- सुबह पुलिस व वन विभाग के अधिकारी वहां पहुंचे।
- ग्रामीणों ने अधिकारियों का विरोध किया।
- वन विभाग के अधिकारियों को हिरण का पोस्टमार्टम भी नहीं करने दिया।
- ग्रामीणों ने मांग की कि पहले दोषियों को पकड़ा जाए उसके बाद ही हिरण का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
- इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया।
- पुलिस ने आश्वासन दिया कि दोषियों को पकड़ लिया जाएगा उसके बाद ही ग्रामीण मानें।
- करीब 17 घंटे बाद हिरण का पोस्टमार्टम किया गया।
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