बच्चों के विचार व चरित्र गर्भ अवस्था से शुरु हो जाते है: आचार्य डॉ. गोवर्धनराम शिक्षा शास्त्री

 राजस्थान बिश्नोई समाचार सांचौर सरनाऊ गुरू जम्भेश्वर मंदिर में सात दिवसीय जाम्भाणी हरिकथा का शुम्भारंभ शनिवार को हुआ। सोमवार को कथा के तीसरे दिन कथावाचक आचार्य डॉ. गोवर्धनराम शिक्षा शास्त्री ने बताया कि बच्चों के विचार व चरित्र गर्भ अवस्था से शुरु हो जाते है। गर्भवती महिला को शांति पूर्व एव पोष्टीक भोजन करना एव 7 महा तक धार्मिक कथाओं का वाचन करना चाहीऐ ताकी बच्चे पर बुरा असर नही पङे। गर्भवती महिलाओं को लङाई झगड़ो से दूर रहना चाहीऐ। शास्त्री जी ने कहा बेटा अपना खेत है जिस तरह किसान अपने खेत को सुधार करता है। वैसे ही अपने बैटो पर ध्यान रखो।  कथा मे अनेक बिश्नोई समाज कि महिला पुरुषो ने भाग लिया । 

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