
साण्डावा थानाधिकारी रामेश्वर लाल विश्नोई ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने पर नोखा स्टेट हाइवे पर इंयारा फांटा के पास तड़के तीन बजे नाकाबंदी की गई।
तब एक पिकअप व मोटरसाइकिल आई। नाकाबंदी देख आरोपितों ने पिकअप व मोटरसाइकिल वापस घुमा ली और लौटने लगे तो पुलिस ने उनका पीछा किया।
इस पर वे दोनों वाहनों को सड़क पर ही छोड़कर भाग गए। इस दौरान पुलिस ने बीकानेर जिले के गांव बापेऊ निवासी पिकअप चालक रामुराम नायक को गिरफ्तार कर लिया।
उसके साथ बापेउ निवासी हेतराम नायक, भुराराम नायक, बुधाराम नायक, चुनाराम उर्फ सिंघाराम नायक, रतनाराम नायक भी थे, जो भागने में सफल हो गए।
भागने वाले आरोपितों के खिलाफ भी पुलिस ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर इनकी तलाश शुरू कर दी है।
-------
बापेऊ गांव की में शिकार की आशंका
«« पुलिस के अनुसार आरोपितों ने गांव बापेऊ की रोही में हिरणों का शिकार किया था।
«« जब्त की गई पिकअप से छह मादा व एक नर हिरण का शव बरामद किया गया है।
«« इसके अलावा पिकअप में खून से सनी दो लाठियां, बैटरी और शिकार का एक विशेष डिब्बेनुमा यंत्र बरामद किया है।
«« पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद हिरणों के शव दफनाने के लिए वन विभाग की टीम को सौंप दिए।
«« बताया जा रहा है कि आरोपित हिरणों के शवों की तस्करी के लिए इन्हें चूरू जिले में लेकर आए थे।
-हिरणों का शिकार करके कहां पर इनकी तस्करी की जा रही है, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
------
विश्नोई समाज में रोष, पहुंचे थाने
हिरणों के शिकार की सूचना मिलते ही फलौदी व बीकानेर से विश्रोई समाज के अनेक लोग साण्डवा पुलिस थाने पहुंचे। अखिल भारतीय विश्नोई महासभा बीकानेर के विनोद धारणियां, जीव रक्षा संस्थान के मोखराम धारणियां, अखिल भारतीय जम्भेश्वर सेवक दल के सचिव प्रहलाद गोदारा, बंशीधर सारण, मनोज कुमार गोदारा फलौदी, मांगीलाल सारण आदि ने पुलिस से सभी आरोपितों को गिरफ्तार करने और कड़ी सजा दिलवाने की मांग की।
एक टिप्पणी भेजें