राजस्थान बिश्नोई समाचार पवन बिश्नोई जयपुर इस समय फतेहबुर्ज (328 फीट) देश की सबसे ऊंची मीनार है, अब पंजाब सरकार इससे भी ज्यादा ऊंचार्इ वाली मीनार बनवाने जा रही है। यह मीनार बनेगी पंजाब की अबोहर तहसील के सीतोगुनो गांव में।
जिस स्मारक कम नेचर पार्क में 363 फीट ऊंची मीनार बनेगी, वह खेजडी वृक्ष की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाली पर्यावरण प्रेमी अमृता देवी आैर उनके सहयोगियों को समर्पित होगी। पंजाब राज्य केबिनेट ने प्रोजेक्ट को पारित करते हुए इसके लिए 25 करोड रूपए का बजट पास किया है।
जानकारी के अनुसार पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पर्यावरण के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले 363 लोगों की यादगार में 363 फीट ऊंची मीनार बनाने आैर 363 खेजडी के पेड लगाने के प्रोजेक्ट को राज्य केबिनेट में पारित करवाया है।
इस प्रोजेक्ट के लिए अबोहर तहसील के सीतो गुनो गांव के पास 5 एकड जमीन भी चिन्हित की गर्इ है। यहां पर 363 फीट उंची मीनार बनाने के अलावा363 खेजडी वृक्ष भी लगाए जाएंगे। साथ ही जोधपुर के खेजडली में पेडों के लिए दिए गए बलिदान की जानकारी देने वाली साहित्य की लाइब्रेरी भी स्थापित की जाएगी। इस नेचर पार्क कम स्मारक का नाम खेजडी वृक्ष के लिए बलिदान देने वाली प्रथम महिला अमृता देवी के नाम पर रखा जाएगा।
वन विभाग टीम ने देखी जगह
पंजाब केबिनेट की मंजूरी के बाद स्थानीय विधायक गुरतेज सिंह घुडियाना आैर वन विभाग की टीम ने स्मारक के लिए चिन्हित जगह का दौरा किया। इस 5 एकड जमीन पर नेचर पार्क आैर स्मारक का निर्माण किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए 25 करोड रूपए की मंजूरी दे दी है। विधायक ने बताया कि अब जल्द ही यहां पर मीनार निर्माण आैर नेचर पार्क बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
ये है खेजडली बलिदान की कहानी
खेजडी वृक्ष के लिए किसी मानवीय प्राणों का बलिदान देने की घटना राजस्थान के मारवाड अंचल (जोधपुर ) में वर्ष 1730 में घटी। जोधपुर के तत्कालीन शासक महाराजा अभय सिंह को अपने महल निर्माण के लिए लकडी की जरूरत थी।
उन्होंने अपने सैनिकों को लकडी लाने के लिए जोधपुर से करीब 26 किलोमीटर दूर दक्षिण पूर्व में स्थित खेजडली गांव भेजा। जैसे ही राजा के सैनिक खेजडली गांव में खेजडी वृक्ष को काटने लगे तो वहां रहने वाले विश्नोर्इ समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया।
लेकिन राजा की सेना पेड काटने पर आमादा थी, इसे देखकर अमृता देवी विश्नोर्इ ने खेजडी के पेड काे पकडकर उससे चिपक गर्इ। अमृता देवी ने सैनिकों से कहा कि पेेड को काटने से पहले मुझे काटना होगा। तब राजा की सेना ने कुल्हाडी से अमृता देवी का सिर काट दिया।
इसके बाद वहां मौजूद सभी लोग खेजडी से चिपककर खडे हो गए, इससे गुस्साए राजा के सैनिकों ने एक-एक कर 363 लोगों के सिर काट दिए। लेकिन पर्यावरण प्रेमी लोग पीछे नहीं हटे। इस नरसंहार से सैनिक घबरा गए आैर उन्होंने सेनापति का आदेश मानने से इनकार कर दिया। जब महाराजा अभय सिंह को घटना का पता चला तो उन्हाेंने विश्नोर्इ समुदाय के लोगों से माफी मांगी।
इस घटना को पेडों के लिए मानवीय बलिदान की पहली आैर एेतिहासिक घटना माना जाता है। इस बलिदान की याद में खेजडली गांव में स्मारक बना हुआ है। वहीं, अमृता देवी के नाम से जयपुर के झालाना इलाके में उद्यान बना हुआ है। इसके अलावा राजस्थान सरकार ने पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रति वर्ष दिए जाने वाले पुरस्कार का नामकरण भी शहीद अमृता देवी के नाम पर किया है।
ये हैं देश की टाॅप 5 ऊंची मीनार
1. फतेहबुर्ज - पंजाब के मोहाली स्थित फतेहबुर्ज (328 फीट) मीनार को देश की सबसे उंची मीनार माना जाता है।
2. कुतुब मीनार - राजधानी दिल्ली स्थित विश्व प्रसिद्घ कुतुब मीनार (237 फीट) मीनार देश की दूसरी सबसे ऊंची मीनार है।
3. चांद मीनार - दौलताबाद स्थित चांद मीनार (210 फीट) देश की तीसरी सबसे ऊंची मीनार है।
4. शहीद मीनार - कोलकाता स्थित शहीद मीनार (157फीट)) देश की चौथी सबसे उंची मीनार है।
5. र्इश्वरी मीनार - जयपुर स्थित र्इश्वरी मीनार यानी र्इसरलाट (140 फीट) को पांचवी सबसे उंची मीनार माना जाता है।
हसन द्वितीय मस्जिद मीनार है दुनिया में सबसे ऊंची
जानकारी के अनुसार मोरक्काे की हसन द्वितीय मस्जिद में बनी मीनार दुनिया की सबसे उंची मीनार है। यह 689 फीट यानी 210 मीटर ऊंची मीनार है।
इनका कहना है
अबोहर क्षेत्र के लोगों ने पंजाब के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर खेजडली के बलिदान की याद में स्मारक बनाने की मांग की थी। जिसे स्वीकार करते हुए पंजाब सरकार ने नेचर पार्क कम स्मारक बनाने को मंजूरी दी है। यहां पर 363 फीट उंची मीनार बनार्इ जाएगी। साथ ही 363 खेजडी वृक्ष भी लगाए जाएंगे।
अक्षय विश्नोर्इ, सरपंच, सीतोगुनो, पंजाब
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